तिरुवनंतपुरम : डॉलर तस्करी मामले की जांच कर रहे सीमाशुल्क अधिकारियों ने यहां केरल के विधानसभा अध्यक्ष पी. श्रीरामकृष्णन के आवास पर उनका बयान दर्ज किया।

विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय ने कहा है कि उनसे पूछताछ नहीं की गई। केवल कुछ स्पष्टीकरण मांगे गए और बयान दर्ज किया गया है।

अधिकारी शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष के घर पहुंचे क्योंकि वह पहले ही एजेंसी को बता चुके थे कि स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते वह कोच्चि नहीं जा सकते।

विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, 'उन्होंने डॉलर घोटाले से संबंधित कुछ मामलों पर सफाई मांगी। लगभग दो घंटे की पूछताछ के बाद उन्होंने संतोष जताया।'

सीमाशुल्क विभाग ने तस्करी मामले में बयान दर्ज कराने के लिये विधानसभा अध्यक्ष को तीन बार समन भेजा था। हालांकि, वह विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए उपस्थित नहीं हुए थे।

डॉलर मामला तिरुवनंतपुरम में स्थित यूएई वाणिज्य दूतावास के पूर्व वित्त प्रमुख द्वारा 1,90,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 1.30 करोड़ रुपये) ओमान में मस्कट भेजने से संबंधित है।

सोना तस्करी मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश ने डॉलर 'तस्करी' मामले में कथित रूप से मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, विधानसभा अध्यक्ष और कुछ मंत्रियों के खिलाफ बड़े खुलासे किये थे।

सुरेश और दो मामलों में एक अन्य आरोपी पी एस सरित ने सोना तस्करी मामले में धनशोधन की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष दावा किया था कि विधानसभा अध्यक्ष ने ओमान में एक कॉलेज में निवेश किया था।

ईडी द्वारा उच्च न्यायालय में दाखिल किये गए उनके बयानों के अनुसार उन्होंने यह भी कहा था कि श्रीरामकृष्णन ने यहां एक फ्लैट में यूएई के वाणिज्य दूतावास के अधिकारी को नोटों के बंडल भी दिये थे।