तिरुवनंतपुरम : केरल में मंदिरों का संचालन करने वाले सर्वोच्च निकाय त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर वार्षिक अनुष्ठान 'बाली तर्पणम' के आयोजन को इस बार रद्द करने का फैसला किया है।

'बाली तर्पणम' एक धार्मिक अनुष्ठान है, जिसमें हिंदू समुदाय के हजारों लोग मंदिरों के परिसर में एकत्र होकर अपने-अपने पूर्वजों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।

टीडीबी के सूत्रों के मुताबिक हाल में हुई बोर्ड की एक उच्चस्तरीय बैठक में इस धार्मिक अनुष्ठान के आयोजन को अनुमति नहीं देने का फैसला किया गया। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में लोग केरल के छोटे और बड़े मंदिरों के घाटों पर एकत्र होकर यह अनुष्ठान करते हैं। टीडीबी द्वारा सबरीमला के विश्व प्रसिद्ध भगवान अयप्पा मंदिर समेत केरल के 1200 से अधिक मंदिरों का संचालन किया जाता है।

लिंग और उम्र की तमाम बाधाओं को दरकिनार कर हिंदू समुदाय के लोग आमतौर पर प्रत्येक वर्ष 'कर्किडका वावु' के अवसर पर केरल में नदियों और समुद्र तटों पर यह पारंपरिक अनुष्ठान करते हैं। इस साल आठ अगस्त को यह अनुष्ठान किया जाना था।

हिंदू मान्यता के अनुसार, यदि 'कर्किडका वावु' के दिन ही 'बाली तर्पणम' का आयोजन किया जाए तो मृत व्यक्ति की आत्मा को 'मोक्ष’ की प्राप्ति होती है।