अगरतला : माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को कहा कि चुनाव में भाजपा को हराने के लिए वाम दलों को लोगों के सामने एक कार्यक्रम पेश करने की जरूरत है, जो भाजपा और आरएसएस के हिंदुत्व एजेंडे का एक विकल्प हो।

येचुरी यहां पार्टी के आंतरिक सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने वाम दलों के बीच एकता लाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और आरएसएस से मुकाबले के लिए हमें लोगों के लिए एक वैकल्पिक कार्यक्रम पेश करना होगा। साथ-साथ, धर्मनिरपेक्ष दलों को शामिल करते हुए व्यापक ताकत को संगठित करने के लिए हर संभव प्रयास होने चाहिए।’’

येचुरी ने वाम नेताओं से भाजपा सरकार के हिंदुत्व के एजेंडे और कथित जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने का आग्रह करते हुए कहा, ‘‘हमें भाजपा की चुनावी हार सुनिश्चित करने के लिए वैचारिक, राजनीतिक, संगठनात्मक और सांस्कृतिक रूप से उसे अलग-थलग करने का प्रयास करना चाहिए।’’

माकपा नेता ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाये गए हिंदुत्व के एजेंडे के खिलाफ आवाज उठाने के लिए केवल वाम दल ही बचे हैं।

येचुरी ने कांग्रेस पर नेताओं को पार्टी छोड़कर जाने से रोकने में कथित रूप से विफल रहने के लिए कटाक्ष किया। उन्होंने कृषि कानूनों के विरोध में एक साल तक प्रदर्शन करने के लिए किसानों को सलाम किया। उन्होंने कहा, ‘‘किसानों के आंदोलन के चलते मोदी सरकार को विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ा। इसका परिणाम अन्य के लिए एक प्रेरणा हो सकता है।’’