यह राशिफल जन्मकालीन चंद्र राशि पर आधारित है। जिनकी जन्मकालीन राशि ज्ञात नहीं है वे नाम राशि के आधार पर पढ़ सकते हैं।

मेष - यह सप्ताह विविध योजनाओं को केन्द्रिभूत कर उचित क्रियान्वयन करने का है। यदि आप आवश्यक संसाधन जुटा पाएं तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। यही बात शैक्षणिक और बौद्धिक मामलों पर भी लागू होती है। आपके राशि स्वामी मंगल अभी कुछ प्रतिकूल हैं और पंचमेश सूर्य भी राशि से अष्टम हैं। खर्च की अधिकता और प्रयासों की पुनरावृत्ति अभी नहीं रुकेगी, लेकिन आगे जीवन की सुगमता हेतु कोई बड़े निर्णय की भूमिका बन जाएगी। पारिवारिक रूप से किसी निर्णय में उलझन महसूस होगी परंतु सप्ताहांत में चंद्रमा की अनुकूलता पारिवारिक और व्यावसायिक रूप से सहयोग और सहायता की प्राप्ति करा सकती है। यदि नौकरी करते हैं तो अधिकारी से या वरीष्ठ पदासीन से संबंध सुधरेंगे और कार्य दक्षता को स्वीकृति मिलेगी। आर्थिक गणित को पुष्ट और व्यवस्थित करने में कुछ बाधाएं रहेंगी, लेकिन दो-चार दिन के परिश्रम से परिस्थिति को नियंत्रण में लिया जा सकता है। परिजनों के स्वास्थ्य की कुछ चिंता रह सकती है। संतान के संबंध में कोई विशेष विचार करना पड़ सकता है।

वृषभ - यह सप्ताह जीवन पद्धति और व्यावसायिक व्यवस्था में सम्भावित परिवर्तनों पर गम्भीरता से विचार करने का है। आवश्यक परिवर्तन कर लेना ही उचित होगा। आपकी राशि में राहु के साथ चंद्र की युति मतिभ्रम उत्पन्न कर सकती है। वरीष्ठ या सामथ्र्यवान लोगों की सलाह आपके लिए बड़ी मददगार सिद्ध होगी। दाम्पत्य जीवन के विषयों या किसी कारण पर उलझने या समाधान खोजने का अभी उचित समय नहीं, वहां धैर्य से ही काम लें और व्यावसायिक गति को सम्हालने का अधिक प्रयास करें। यह सप्ताह प्रतिस्पर्धा और समय प्रतिबद्धता के कारण कठोर श्रमसाध्य है। आर्थिक लाभ की प्रतीक्षा में महत्वपूर्ण योजना का क्रियान्वयन रोके रखना आपके लिए उचित नहीं। कोई भूला हुआ निवेश स्मरण में आएगा और आप उसका सदुपयोग करेंगे। यह सप्ताह राशि से छठे शुक्र और सप्तम सूर्य, बुध, केतु के कारण साझेदारी के कार्यों में विघ्न कारक रहेगा। भविष्य की सम्भावनाओं के आधार पर त्वरित निर्णय लेना होगा। नौकरी करते हैं तो कार्य दबाव और वरीष्ठजनों के स्वभाव की कठोरता अनुभव करेंगे। भयभीत होकर कोई कार्य में लापरवाही या गलती न हो इसका ध्यान रखें।

मिथुन - यह सप्ताह जीवन प्रणाली और कार्यप्रणाली में सहयोगियों का उचित चयन कर श्रेष्ठ कार्य सम्पादन करने का है। सर्वश्रेष्ठ कौशल प्रदर्शन की दरकार रहेगी। सप्ताहारंभ  में राशि से बारहवें राहु व चंद्रमा भावातिरेक में व्यर्थ खर्च करा सकते हैं, जिसका पश्चाताप बाद में होगा। राशि से छठे सूर्य शत्रुहंता बने हुए हैं। प्रतिस्पर्धा के कार्यों में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य में सुधार होगा और जीवनचर्या को पुन: व्यवस्थित करने का प्रयास करेंगे। इस समय दूसरे शहरें से, विदेश से या बाहरी नए लोगों से आय होगी। सप्ताह मध्य के उपरांत परिस्थितियाँ नियंत्रण में आने लगेंगी। भूमि-भवन में निवेश की बात चल सकती है। राशि स्वामी बुध अभी अस्तंगत अवस्था में आगे बढ़ रहे हैं। बुद्धि को गिरवी रखकर, भविष्य की सम्भावनाओं को नजरंदाज कर कोई बड़ा निर्णय या आर्थिक प्रयोग न करें। कर्ज का पुनर्भुगतान या सम्भावित और अपेक्षित लाभ में कमी से थोड़ा चिंतित रहेंगे। स्वास्थ्य लाभ हेतु नवीन प्रयोग करेंगे। पारिवारिक रिश्तों में अभी शांति रहेगी परंतु व्यावसायिक रिश्तों को बढ़ाने हेतु तेजी से काम करेंगे। नए लोगों से मुलाकात लाभकारी रहेगी। नौकरी करते हैं तो मानसिक दुर्भावना से मुक्त होकर सकारात्मक सोच के साथ काम करना होगा।

कर्क- यह सप्ताह अतिविशिष्ट है, तात्कालिक घटनाओं से प्रभावित हुए बिना लक्ष्य के प्रति समर्पित और मूल उद्देश्य की पूर्ति की दिशा में कार्यरत रहे तो असाधारण परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। इस सप्ताह यह ध्यान रखना ही होगा कि किसी भी रूप में आपका समय नष्ट न हो। यह बड़े निर्णय लेने का समय है। संतान पक्ष के लिए विशेष समय चल रहा है, वे या तो स्थान बदलेंगे या व्यवसाय में कोई परिवर्तन करने की चेष्टा करेंगे। व्यावसायिक रूप से समय अच्छा है। वणिक-बुद्धि से काम लिया तो पर्याप्त लाभ ले सकते हैं। भूमि-भवन का क्रय-विक्रय करने में सफलता मिल सकती है। कोई बड़ा खर्चा अचानक उत्पन्न होगा और आप उसे रोक नहीं पाएंगे, ध्यान यह रखना होगा कि किसी भी तरह व्यावसायिक गति अवरुद्ध न हो। इस सप्ताह पर-प्रेरित छल-प्रपंच को समझना और दूर रहना आपके लिए आवश्यक है। संतान के स्वास्थ्य में कोई छोटी-मोटी बाधा आ सकती है। रिश्ते-नातों में विवादग्रस्त परिस्थितियों से दूर रहना आपके लिए आवश्यक है। राशि स्वामी चंद्रमा की राहु से युति किसी मौसमी प्रभाव से स्वास्थ्य संबंधी बाधा का संकेत दे रही है। नौकरी करते हैं तो कार्य प्रणाली में येन-केन-प्रकारेण चमत्कृत प्रदर्शन की अभी अधिक आवश्यकता है। लोग यह कहें कि- हम सोच नहीं सकते हैं कि आप यह भी कर सकते हैं।

सिंह - यह सप्ताह भाग्य भरोसे या किसी अन्य के भरोसे न रहकर स्वयं आगे बढ़कर प्रयास कर कार्यों को साधने का है। स्वयं खड़े होने का संकल्प लेंगे तो आवश्यक सहयोग भी मिल जाएगा। आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। रिश्तेदारियों का निर्वाह तुलनात्मक दृष्टि से करने की कोशिश करेंगे। इस सप्ताह संसाधनों की पुष्टता व अन्य घरेलू आवश्यकताओं पर ध्यान केन्द्रित करेंगे। अब बृहस्पति राशि से छठे हैं और अतिरिक्त धन प्रबंध में सरलता आएगी। इस सप्ताह गुरु व बुध के राशि परिवर्तन का असर आपकी व्यावसायिक व पारिवारिक जीवन प्रणाली पर आएगा। जीवन संघर्ष बढ़ेगा और संसाधन जुटाने में बाधा आएगी परंतु समाधान कर सकेंगे। अतिरिक्त किसी कार्य से भी धनार्जन का प्रयास करेंगे। साधारण आय से अभी आपके कार्य पूरे नहीं होंगे। भूमि-भवन संबंधी कोई निर्णय आप लेंगे परंतु उसमें अभी समय लगेगा। नौकरी करते हैं तो अपने मूल कार्य पर ही ध्यान केन्द्रित रखना होगा, किसी के बहकावे या छलावे में आकर अपने पैरों पर स्वयं कुल्हाड़ी ना मारें। यश प्राप्ति के लिए उचित कार्य सम्पादन आपके लिए अधिक आवश्यक है।

कन्या - इस सप्ताह व्यक्तिगत और व्यावसायिक रूप से बौद्धिक चिंतन को ऊंचा करने की आवश्कता रहेगी। बड़ी और दूरदर्शितापूर्ण ऊंची सोच के साथ निर्णय लेने की जरूरत होगी। अपनी महत्वाकांक्षा को स्तरों में विभाजित कर रणनीति बनाकर काम करेंगे तो सफलता मिलेगी। भाग्यवृद्धि के एक से अधिक अवसर प्राप्त होंगे परंतु सभी पर एक साथ कार्यारंभ करने की गलती न करें। अवसरों में प्राथमिकता या वरीयता का ध्यान अवश्य रखें। सप्ताहारंभ में राशि से नवम राहु व चंद्र की युति कोई नया प्रयोग करने की ओर प्रेरित करेगी। आय का स्तर बढ़ेगा। दैनिक कार्यों में आय की वृद्धि होगी। नौकरी करते हैं तो सरलतम कार्यों में भी कौशल का प्रयोग कर लेना हित में रहेगा। किसी छोटे से कार्य को भी दूसरे के भरोसे न छोड़े, इससे आपकी प्रतिष्ठा प्रभावित हो सकती है। स्वास्थ्य थोड़ा नरम रहेगा परंतु अभी आप इसकी परवाह नहीं करेंगे और तात्कालिक लघु उपाय प्रयोग में लेकर काम करते रहेंगे। जीवनसाथी को कुछ कष्ट सम्भावित है, उनको अभी आपकी सहानुभूति अधिक सुखकारी रहेगी। संतान पक्ष के जीवन में विशेषता रहेगी और वे कुछ अनुकूल परिवर्तन की ओर बढ़ेंगे।

तुला- यह सप्ताह पारिवारिक और व्यावसायिक रूप से सोच-विचार करके गम्भीरता से निर्णय लेने का है। अपने स्वभाव में संतुलन बनाए रखने का प्रयास करें। आर्थिक लेन-देन के मामलों में कुछ असंतुलन रहेगा परंतु सम्भाल लेंगे। कार्यक्षेत्र और कार्यप्रणाली में कोई तात्कालिक परिवर्तन करना पड़ सकता है, अच्छा रहेगा कि आप महत्वपूर्ण निर्णयों को सप्ताह मध्य तक टाल देवें। यात्राओं से लाभ होगा। दूसरे शहरों से व्यावसायिक संबंध स्थापित करेंगे। किसी बड़ी योजना के क्रियान्वयन से संबंधित कोई कर्ज ले सकते हैं। राशि से चतुर्थ बृहस्पति कार्य-व्यवसाय में निवेश की ओर प्रेरित करेंगे। भूमि-भवन संबंधी किसी बदलाव पर विचार कर सकते हैं। सामथ्र्य से अधिक किसी भी वक्तव्य से बचकर रहना होगा। नौकरीपेशा हैं तो सप्ताह मध्य तक कुछ कठिनाई रहेगी। बाद में अनुकूलता महसूस होगी। किसी भी प्रकार के तात्कालिक प्रलोभन में उलझकर मूल कार्य की अनदेखी हानिकारक हो सकती है।

वृश्चिक - यह सप्ताह सुलह, संधि और समझौता करते हुए निर्णय लेने का है। दूसरे शहर से प्राप्त लाभकारी अवसर पर गम्भिरता से विचार करना होगा। व्यावसायिक यात्राओं में सामान्य सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से उदर संबंधी कोई कष्ट हो सकता है। आपकी राशि और राशि के स्वामी कई ग्रहों से प्रभावित हैं। नए अवसरों पर ध्यान केन्द्रित कर पर्याप्त लाभ लिया जा सकता है। व्यस्तता के चलते पुराने संबंध प्रभावित न हो इसका ध्यान रखें। थकान बनी रहेगी और आप काम करते रहेंगे। घर-परिवार के लोगों पर और व्यावसायिक संसाधनों पर खर्चा करेंगे। भूमि संबंधी कोई मामला उलझ सकता है, सावधानी से निर्णय लेना होगा। अष्टमेश बुध आपकी राशि में अस्त हैं, किसी वातावरणीय ऋतु चक्र का कुछ कुप्रभाव हो सकता है। नौकरीपेशा हैं तो समय पक्ष का है, मुखरता से अपने विचार प्रकट करने होंगे और तद्नुरूप परिश्रम के लिए तैयार रहना होगा। संतान पक्ष को कोई कष्ट या बाधा सम्भावित है, जिसका समाधाना आपको खोजना होगा।

धनु - यह सप्ताह मितव्यता  के साथ  कार्य-सम्पादन करने का है। कुटुम्ब के कई लोगों से मिलेंगे और खट्टे-मीठे अनुभव प्राप्त करेंगे। आकस्मिक देनदारियों का अभी कोई समाधान नहीं है, उसकी व्यवस्था जैसे-तैसे करनी होगी। राशि स्वामी गुरु नीच राशि में, नीच नवांश में ही हैं, इसलिए आप जो भी करें अपने दम पर करें। बाहर से अधिक सहयोग की अपेक्षा व्यर्थ है। कोई विवाद कानूनी रूप न ले ले, इसका ध्यान रखें। साधारण आय होती रहेगी परंतु खर्चा अधिक होगा। इन दिनों उन मित्रों या रिश्तेदारों को याद करेंगे, जिनसे तात्कालिक अल्पावधि आर्थिक सहायता प्राप्त हो सके। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखे कोई छोटी सी चीज बड़ी बाधा बन सकती है। नौकरीपेशा हैं तो कार्यक्षेत्र में मानसिक व्यग्रता और असंतोष रहेगा। अन्य व्यर्थ के कामों में परिश्रम होगा और आवश्यक काम प्रभावित रहेंगे। किसी भी कार्य को साधने में जल्दबाजी न करें।

मकर - यह सप्ताह अपनी योग्यता और सामथ्र्य का विकास करने हेतु शुभ है। अपने गुरु या गुुरु तुल्य व्यक्ति से मिलेंगे और उचित समाधान या सलाह लेंगे। आर्थिक लेन-देन का कुछ दबाव सा महसूस करेंगे परंतु किसी आकस्मिक लाभ से राहत मिलेगी। संतान के स्वास्थ्य से चिंता रहेगी। जीवनसाथी को मनाएंगे और उनका सहयोग लेंगे। राशि से दशम स्वराशि के शुक्र पर मंगल की दृष्टि है। किसी सम्पत्ति के क्रय-विक्रय का आकस्मिक निर्णय ले सकते हैं। किसी वस्तु के आधार पर सामान्य से अधिक लाभ लेने की चेष्टा करेंगे। नौकरीपेशा हैं तो समय श्रमसाध्य है परंतु प्रतिष्ठा भी बढ़़ेगी। अधिकारी आपसे अधिक अपेक्षा रखते हुए अतिरिक्त जिम्मेदारी दे सकते हैं। कार्यों में अढ़चन बनी रहेगी परंतु आप आगे बढ़ते रहेंगे।

कुंभ - यह सप्ताह वाद-विवादों से बचते हुए व्यावसायिक कार्यों पर अधिक ध्यान देने का है। कार्य-विस्तार की योजनाओं पर अभी नियंत्रण रखना होगा। कार्य-व्यवसाय में कुछ अवरोध रहेंगे परंतु काम आगे बढ़ता रहेगा। यह सप्ताह प्रतिष्ठा में वृद्धि का है परंतु आपको और अधिक सतर्क रहना होगा। राशि के स्वामी शनि और बृहस्पति राशि से बारहवें हैं और राशि से दशम पर पांच ग्रहों का प्रभाव है, कोई जोखिम आपको लेना ही होगा। तात्कालिक अभावों से परे दूरदर्शिता के आधार पर निर्णय लेना होगा। आपके प्रभाव और अधिकारों की वृद्धि होगी। संतान की अवज्ञा कुछ पीड़ादायक हो सकती है। कर्ज प्राप्ति में आ रही बाधा का समाधान होगा। स्वास्थ्य का पाया मध्यम है, कोई पुरानी समस्या उभर सकती है।

मीन - यह सप्ताह जीवन संघर्ष को नई दिशा प्रदान करने वाला और कार्यक्षेत्र में नई रूपरेखा बनाने का है। किसी धार्मिक कार्य पर खर्चा कर सकते हैं। कुछ परिणाम सोच के अनुरूप आएंगे परंतु कुछ इच्छा के विपरीत भी होंगे। पिछली गलतियों से प्राप्त अनुभवों के आधार पर कार्यप्रणाली में बदलाव करेंगे। राशि से अष्टम शुक्र पर शनि व मंगल की दृष्टि बाधा कारक है। कोई होता हुआ लाभ दूसरे के पास चला जाएगा। जिस पर भरोसा किया वही छल करेगा। संतान का सुझाव हितकारी हो सकता है। संतान का सहयोग भी मिलेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य की चिंता हो सकती है। नौकरीपेशा हंै तो मानसिक इच्छा को काबू में रखकर आदेशों की पूर्णरूपेण पालना करना अभी आपके लिए आवश्यक है। घर-परिवार के लोगों की भावनाओं से प्रभावित होकर काम-धंधों को प्रभावित करना हानिकारक हो सकता है।