बंगाल का जंग जीतने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ रही। 17 अप्रैल को होने वाले पांचवें चरण के चुनाव से पहले पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसी क्रम में आज मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक बार फिर से बंगाल पहुंचे हैं। अमित शाह लगातार तीसरे दिन बंगाल के दौरे पर है।

उन्होंने दार्जिलिंग में संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस, कम्यूनिस्ट और अब ये दीदी इन्होंने दार्जीलिंग के विकास पर फुल स्टाप लगा दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा और गोरखा की एकता को तोड़ने का घिनौना प्रयास TMC और दीदी ने किया है।

अमित शाह ने दावा से कहा कि बंगाल में 200 से ज्यादा सीटों के साथ सरकार बनेगी। वे बोले, अब दीदी इसे रोक नहीं पाएगी। उन्होंने कहा कि बंगाल चुनाव हम सभी की एक प्रकार से परीक्षा है। भाजपा और गोरखा की एकता को तोड़ने का घिनौना प्रयास TMC और दीदी ने किया है। दीदी और TMC को मुंहतोड़ जवाब देना है। उनको समझाना है कि ऐसे जुल्म करके आप हमें तोड़ नहीं सकती।

अमित शाह बोले, 'गोरखाओं का बहुत समृद्ध इतिहास रहा है। जब भी देशभक्त समुदायों का नाम लिया जाता है, तो गोरखाओं का नाम सबसे पहले गर्व से लिया जाता है ... कांग्रेस-कम्युनिस्टों-टीएमसी की तिकड़ी ने सालों तक देश भर में गोरखाओं के साथ अन्याय किया।'

अमित शाह ने एलान किया, दार्जिलिंग से मैं कह कर जाता हूं कि बंगाल में भाजपा सरकार बनने के बाद आंदोलन के जितने भी मुकदमें किसी भी गोरखा भाई पर है, सबके सब एक सप्ताह के अंदर वापस लेने का काम भाजपा करेगी।

अमित शाह ने रहा कि आज जब मैं यहां आया हूं, तो मुझे भारत का गौरव, तेनजिंग नोर्गे याद आया, जिसने पहला एवरेस्ट शिखर सम्मेलन किया।

-शाह बोले कि 2 मई को दार्जिलिंग में दिवाली होने वाली है। दो मई को पहाड़ पर आग नहीं लगेगी, दीए जलकर उत्सव मनाया जाएगा। चाय बागान श्रमिकों का वेतन बढ़ा कर 350 रुपए कर दिया जाएगा।

-अमित शाह ने कहा कि हम चाय बागान के श्रमिकों का वेतन बढ़ाकर 350 रुपए तक करेंगे। दार्जिलिंग में पीने के पानी की समस्या है, उसे दूर करने लिए हम 600 करोड़ रुपए निवेश करेंगे। उत्तर बंगाल के अंदर केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करेंगे।

अमित शाह ने कहा कि दार्जीलिंग ने देश की आजादी के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। आजादी के बाद कांग्रेस, कम्यूनिस्ट और अब ये दीदी इन्होंने दार्जीलिंग के विकास पर फुल स्टाप लगा दिया। देश बहुत आगे निकल गया, मेरा दार्जिलिंग वहीं का वहीं रह गया।

-अमित शाह ने कहा, दार्जिलिंग भारत के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है और भारत के सबसे पुराने स्थापित शहरों में से एक है। यहां 1897 में भारत में पहला बिजली कनेक्शन लगा। भारत की दूसरी सबसे पुरानी नगर पालिका यहां 1850 में बनाई गई थी।