कोलकाता, :तृणमूल कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में सुरक्षा बलों की भर्ती में अग्निवीरों को प्राथमिकता देने संबंधी बयान को लेकर भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की निंदा करते हुए कहा कि उनका बयान देश के सैनिकों की ‘‘बहादुरी का अपमान’’ है।

तृणमूल ने रविवार को कहा कि देश के युवा ‘‘भाजपा कार्यालयों के चौकीदार बनने के लिए’’ नहीं हैं। पार्टी ने विजयवर्गीय के इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्टीकरण देने को कहा।

तृणमूल ने ट्वीट किया, ‘‘युवा शक्ति इस देश की सेवा करना चाहती है। वह मोदी सरकार की तरह नहीं है। प्रधानमंत्री को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि क्या ये भी ‘हाशिए पर’ मौजूद तत्वों के बयान हैं।’’

भाजपा के दो पूर्व पदाधिकारियों नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल की पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों पर कुवैत और कतर में भारत के दूतावासों ने बयान जारी करके कहा था कि ये टिप्पणियां ‘‘हाशिए पर मौजूद तत्वों’’ की हैं।

तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि इन बयानों ने भाजपा की असल मानसिकता को उजागर कर दिया है।

इसी तरह, माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि विजयवर्गीय ने ‘‘देश के महत्वाकांक्षी युवा सैन्य कर्मियों का अपमान किया है और देश की रक्षा करने वाले सशस्त्र बलों की वीरता का अनादर किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम विजयवर्गीय के बयान पर भाजपा से तत्काल स्पष्टीकरण चाहते हैं।’’

सेना में भर्ती संबंधी केंद्र की नई ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों से प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। इस नई योजना के तहत थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती चार साल के लिए संविदा आधार पर की जाएगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।