कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने सभी सरकारी और निजी चिकित्सा संस्थानों से महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य कर्मचारियों की सूची मांगी है जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर कोविड-19 का टीका दिया जाना है। अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सभी चिकित्सा महाविद्यालयों, स्वास्थ्य केंद्रों, निजी स्वास्थ्य इकाइयों और पॉलीक्लीनिकों सहित सभी चिकित्सा संस्थानों से कर्मचारियों की सूची भेजने को कहा गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ आशा कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, नर्स और सुपरवाइजर, ब्लॉक प्रशिक्षक, चिकित्सा अधिकारी (एलोपैथी डॉक्टर), शिक्षण और गैर शिक्षण कर्मी, प्रशासनिक पदों पर कार्यरत डॉक्टर, आयुष डॉक्टर, दंतचिकित्सक, सभी तरह के पैरामेडिकल कर्मी को प्राथमिकता दी जाएगी।’’

अधिकारी ने कहा, ‘‘‘हमने राज्य के सभी चिकित्सा प्रतिष्ठानों को कोविड-19 टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का डाटाबेस (आंकड़ा संग्रह) बनाने के लिए दिशानिर्देश और एक्सेल शीट भेजी है जिनमें अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के नाम और अन्य जानकारी दर्ज की जानी है। एक एक्सेल पत्र में कम से कम 1,000 कर्मियों के नाम दर्ज हो सकते हैं।

अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक इस प्रक्रिया में नोडल अधिकारी होंगे और जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ जिलाधिकारी डाटा एकत्रित करने का काम पूरा करने के लिए जिम्मेदार होंगे।

उल्लेखनीय है कि इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि सरकार की योजना अगले साल जुलाई तक करीब 25 करोड़ लोगों को कोविड-19 का टीकाकरण करने की है।