गुवाहाटी/पटना/भुवनेश्वर, :कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और उस पर आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के संबंध में पकड़े गए व्यक्तियों से ‘‘निकट संबंध’’ बनाए रखने के आरोप लगाए।

पूर्वी भारत के कम से कम तीन शहरों में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के आतंकवादियों के साथ कथित ‘‘संबंधों’’ का खुलासा करने वाली कई घटनाओं का जिक्र करते हुए सवाल किया कि भाजपा नागरिकों को राष्ट्रवाद का पाठ कैसे पढ़ाती है।

कांग्रेस नेता एवं सांसद रंजीत रंजन ने गुवाहाटी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘कांग्रेस आतंकवाद जैसे गंभीर राष्ट्रीय मुद्दों पर राजनीति करने में विश्वास नहीं करती।’’

पटना में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने आरोप लगाया कि उदयपुर में दर्जी की हत्या का मुख्य आरोपी भी भाजपा का सदस्य है। इस मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) कर रहा है।

भुवनेश्वर में कांग्रेस नेता विंग कमांडर अनुमा आचार्य (सेवानिवृत्त) ने आरोप लगाया कि लश्कर-ए-तैयबा के जिस आतंकवादी तालिब हुसैन शाह को लोगों ने पकड़ा था और जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था, वह जम्मू-कश्मीर में भाजपा का पदाधिकारी था।

कांग्रेस ने देश भर के 23 शहरों में संवादादाता सम्मेलन कर आरोप लगाया कि भाजपा के राष्ट्रवादी होने के दावे फर्जी हैं। भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कई घटनाओं का हवाला देकर आरोप लगाया कि कांग्रेस सत्ता में बने रहने के लिए आतंकवादियों से भी हाथ मिला सकती है।

राज्यसभा सदस्य रंजन ने कहा, ‘‘भारतीयों को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाने का कोई मौका नहीं चूकने वाली भाजपा और आतंकवादी गतिविधियों में पकड़े गए लोगों के बीच निकट संबंधों के कई खुलासे हमें सत्तारूढ़ दल से कुछ सीधे सवाल पूछने के लिए मजबूर करते हैं।’’

उन्होंने कहा कि उग्रवादी से नेता बने निरंजन होजई वर्तमान में राज्य में भाजपा के नेता हैं। होजई को 2017 में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) अदालत ने उग्रवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए सरकारी धन के हेर-फेर से संबंधित एक मामले में दोषी ठहराया था।

आचार्य ने आरोप लगाया कि उसी वर्ष, मध्य प्रदेश के आतंकवाद विरोधी दस्ते ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में भाजपा आईटी सेल के एक सदस्य को 10 सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया था।

निरुपम ने पटना में कहा कि भाजपा के पूर्व नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सरपंच तारिक अहमद मीर को आतंकवादी गतिविधियों के वित्त पोषण के आरोप में दो साल पहले गिरफ्तार किया गया था।

तीनों नेताओं ने कहा कि खूंखार आतंकवादी मसूद अजहर को कंधार अपहरण के दौरान 1999 में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने रिहा किया था। अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह का गठन किया, जो 2001 के संसद हमले और 2008 के मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार है।

उन्होंने कहा कि इस संगठन ने 2019 के पुलवामा हमले का भी षड्यंत्र रचा था, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 44 जवान शहीद हो गए थे।