पटना, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जंगलराज के युवराज अपने माता पिता के भयावह शासनकाल के बारे में बात नहीं करना चाहते लेकिन कम से कम वे यह तो बतायें कि विपक्ष के नेता एवं मंत्री की हैसियत से चमकी बुखार, बाढ़ और लॉकडाउन के समय वे कितने गरीब परिवारों के साथ खड़े हुए ?


सुशील मोदी ने अपने ट्वीट के माध्यम से तेजस्वी यादव से छह सवाल पूछे और उन पर ढपोरशंखी वादे करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘ जंगलराज के युवराज यदि अपने माता-पिता के भयावह जंगलराज पर बात नहीं करना चाहते, तो कम से कम यही बता दें कि विधायक, मंत्री और विपक्ष के नेता की हैसियत से वे चमकी बुखार, बाढ़ और लॉकडाउन के समय कितने गरीब परिवारों के साथ खड़े हुए?’’

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि लॉकडाउन के समय विभिन्न राज्यों में फँसे 22 लाख मजदूरों को सुरक्षित वापस लाने के लिए राजग सरकार ने 1600 स्पेशल ट्रेन चलायीं, लेकिन किसी से किराया नहीं लिया।

सुशील मोदी ने कहा कि उस समय युवराज (तेजस्वी) ने 1000 बसें चलाने का झूठा वादा क्यों किया था और एक मजदूर को भी घर पहुँचाने का खर्च क्यों नहीं उठाया?

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने लॉकडाउन के दौरान 1 करोड़ 40 लाख राशनकार्डधारक गरीबों के खाते में 1-1 हजार रुपये डाले।

राजद नेता पर निशाना साधते हुए सुशील मोदी ने पूछा कि जो युवराज आज बड़े-बड़े ढपोरशंखी वादे करते घूम रहे हैं, उन्होंने अपनी करोड़ों की सम्पत्ति में से किसी की एक रुपये की भी मदद क्यों नहीं की?

बिहार के उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने 2 करोड़ 38 लाख गरीब महिलाओं के खाते में 15-15 सौ रुपये डाले लेकिन उस समय युवराज किसी गरीब महिला की मदद के लिए क्यों नहीं आये?’’