नयी दिल्ली : वित्त-प्रौद्योगिकी फर्म भारत-पे ने बुधवार को कहा कि उसके सह-संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) अशनीर ग्रोवर ने मार्च के अंत तक अनुपस्थिति की स्वैच्छिक छुट्टी लेने का फैसला किया है। ऐसा ग्रोवर एवं उनकी पत्नी तथा कोटक महिंद्रा बैंक के बीच चल रहे विवाद के बीच हुआ है।

हालांकि भारत-पे ने ग्रोवर के फैसले का कोई कारण नहीं बताया लेकिन उसने यह कहा कि सह-संस्थापक ने मार्च के अंत तक स्वैच्छिक अवकाश लेने के अपने फैसले के बारे में बोर्ड को सूचित कर दिया है।

भारत-पे ने एक बयान में कहा, "अशनीर ने एकदम शुरूआत से भारत-पे का सह-निर्माण किया है और उनका निर्णय कंपनी की भविष्य की सफलता के लिए उनकी भावुक प्रतिबद्धता के अनुरूप है। बोर्ड ने अशनीर के फैसले को स्वीकार कर लिया है। हम मानते हैं कि यह कंपनी, हमारे कर्मचारियों और निवेशकों तथा प्रतिदिन हमारा समर्थन पाने वाले लाखों व्यापारियों के हित में है।" बयान के मुताबिक, अशनीर की गैर-मौजूदगी में कंपनी का नेतृत्व उसके सीईओ सुहैल समीर और उसकी प्रबंधन टीम करते रहेंगे।

गत नौ जनवरी को कोटक महिंद्रा बैंक ने कहा था कि वह अपमानजनक कॉल मामले के संबंध में ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी के खिलाफ "कानूनी कार्रवाई" कर रहा है। बैंक ने स्वीकार किया कि ग्रोवर दंपती ने 30 अक्टूबर को बिना कारण बताए कानूनी नोटिस भेजा था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दंपती ने बैंक पर नायका के आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) में वित्त और शेयरों के आवंटन में विफल रहने का आरोप लगाया था और हर्जाने में 500 करोड़ रुपये की मांग की थी।

सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप सामने आया था जिसमें एक दंपती को कथित तौर पर एक बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर से बात करते सुना जा सकता है। इस क्लिप में अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया गया था। हालांकि ग्रोवर ने इस क्लिप में अपनी आवाज होने से इनकार किय था।

भारतपे 150 शहरों में 75 लाख से अधिक व्यापारियों को भुगतान सेवा प्रदान करता है। कंपनी अपने लॉन्च के बाद से अपने व्यापारियों को 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण के वितरण की सुविधा पहले ही दे चुकी है। भारतपे ने अब तक इक्विटी और डेट में 65 करोड़ डॉलर से अधिक जुटाए हैं।

इसके निवेशकों में टाइगर ग्लोबल, ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप, स्टीडफास्ट कैपिटल, कोट्यू मैनेजमेंट, रिबिट कैपिटल और अन्य शामिल हैं।