मुंबई : राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के मौजूदा और सेवानिवृत्त अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने लंबित पेंशन मुद्दों के समाधान को लेकर सोमवार को धरना दिया।

‘यूनाइटेड फोरम ऑफ आफिसर्स, एम्प्लॉयज और रिटायरीज ऑफ नाबार्ड’ (नाबार्ड के अधिकाारियों, कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों का संयुक्त मंच) ने एक बयान में कहा कि धरना नाबार्ड के मुख्यालय मुंबई और 30 क्षेत्रीय कार्यालयों में दिये गये।

मंच ने कहा कि वह 20 साल की सेवा के बाद पूरी पेंशन, पेंशन का आकलन अंतिम वेतनमान या अंतिम 10 महीने के वेतन के औसत, जो भी अधिक हो तथा प्रत्येक वेतन समीक्षा के बाद पेंशन को अद्यतन करने की मांग कर रहे हैं।

कर्मचारी पेंशन विकल्प भी दिये जाने की मांग कर रहे हैं। इसके तहत नाबार्ड के मौजूदा और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को क्षतिपूरक भविष्य निधि (सीपीएफ) से पेंशन व्यवस्था का विकल्प चुनने की अनुमति देने की मांग की जा रही है जैसा कि आरबीआई में जून 2020 में लागू किया गया।