वाशिंगटन, 15 मई (भाषा) गूगल एच1बी वीजा धारकों के जीवनसाथियों को अमेरिका में काम करने की मंजूरी दिलाने से संबंधित एक कार्यक्रम में मदद के लिए शीर्ष अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों के प्रयासों का नेतृत्व कर रही है। एच1बी वीजा की भारतीय आईटी पेशेवरों में काफी मांग है।

गूगल एच-4 ईएडी (रोजगार मंजूरी दस्तावेज) कार्यक्रम की मदद करने के लिए 30 दूसरी कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है।

अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) एच-1बी वीजा धारकों के परिवार के लोगों (पति/पत्नी और 21 साल से कम उम्र के बच्चों) को एच-4 वीजा जारी करती है।

एच1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है जिसकी मदद से अमेरिकी कंपनियां सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की जरूरत वाले विशिष्ट पेशों में विदेशी कर्मियों को नौकरियों पर रखती हैं। प्रौद्योगिकी कंपनियां हर साल भारत और चीन जैसे देशों से हजारों लोगों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा पर निर्भर करती है।

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने ट्विटर पर लिखा,"गूगल हमारे देश के अप्रवासियों की मदद करने को लेकर गर्व महसूस करती है। हम एच-4 ईएडी कार्यक्रम को बचाने के लिए 30 और कंपनियों के साथ जुड़ चुके हैं। यह कार्यक्रम नवोन्मेष को बढ़ावा देता है, रोजगार एवं अवसरों का सृजन करता है और परिवारों की मदद करता है।"