नयी दिल्ली : खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) से प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिए अपने कामकाज में सुधार लाने तथा जनता के बीच अक्षम और भ्रष्ट होने की धारणा को बदलने को कहा।

उन्होंने लोगों के खानपान में पोषण मूल्य जोड़कर वैश्विक भुखमरी सूचकांक में भारत की रैंकिंग को सुधारने की जरूरत पर जोर दिया।

गोयल एफसीआई के 58वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित कर रहे थे।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री गोयल ने कहा कि एफसीआई की स्थापना 1965 में तमिलनाडु के तंजावुर शहर में हुई थी और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में इसने एक लंबा सफर तय किया है।

उन्होंने आगे कहा कि इसकी पारदर्शिता में सुधार की गुंजाइश है और एफसीआई को निर्देश दिया कि लोगों को बेहतर आपूर्ति के लिए एक कार्य योजना तैयार की जाए।

उन्होंने कहा कि जनता के बीच एफसीआई की धारणा अक्षम और भ्रष्ट की है, जिसे बदलकर गतिशील, समावेशी और ईमानदार में बदलने की है।