नयी दिल्ली : भारत परामर्श कंपनी ईवाई के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में देश के आकर्षक होने से जुड़े सूचकांक में तीसरे स्थान पर बरकरार है।

ईवाई ने बुधवार को एक बयान में कहा कि भारत कंपनी के 58वें नवीकरणीय ऊर्जा संस्करण में देश के आकर्षक होने से जुड़े सूचकांक (आरईसीएआई) में तीसरे स्थान पर कायम है। इस सूची में दुनिया के शीर्ष 40 देशों को नवीकरणीय ऊर्जा निवेश और परियोजनाएं लगाने को लेकर आकर्षण के आधार पर शामिल किया गया है।

बयान के अनुसार कंपनियों और निवेशकों के लिये पर्यावरण, सामाजिक और संचालन व्यवस्था (ईएसजी) एजेंडा में ऊपर आने के साथ आरईसीएआई यह भी बताता है कि कॉरपोरेट बिजली खरीद समझौता (पीपीए) स्वच्छ ऊर्जा वृद्धि के प्रमुख तत्व के रूप में उभर रहा है।

सूचकांक में पहली बार पीपीए सूचकांक को शामिल किया गया है। इसे नवकीरणीय ऊर्जा की खरीद को लेकर आकर्षण तथा वृद्धि संभावना के आधार पर तैयार किया गया है। भारत शीर्ष 30 पीपीए बाजारों में छठे स्थान पर है।

ईवाई के भागीदार और राष्ट्रीय प्रमुख (बिजली और जन उपयोगी सेवाएं) सोमेश कुमार ने कहा, ‘‘भारत ने अगस्त, 2021 में जलवायु संकट से निपटने के उपायों के तहत महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया। देश में नवीकरणीय ऊर्जा की कुल स्थापित क्षमता एक लाख मेगावॉट (बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं को छोड़कर) को पार कर गयी।’’

सूचकांक में अमेरिका पहले और चीन दूसरे स्थान पर है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका, चीन और भारत लगातार अपनी रैंकिंग बनाये हुए हैं। वहीं इंडोनेशिया पहली बार आरईसीएआई में शामिल हुआ है।

सूची में फ्रांस एक पायदान चढ़कर चौथे और ब्रिटेन एक स्थान खिसक कर पांचवें स्थान पर है। जर्मनी एक पायदान ऊपर चढ़कर छठे और आस्ट्रेलिया एक पायदान नीचे खिसक कर सातवें स्थान पर है।