नयी दिल्ली : इन्फोसिस ने बुधवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने 9,200 करोड़ रुपये की शेयर पुनर्खरीद योजना को मंजूरी दे दी है। इसके तहत सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी 1,750 रुपये प्रति इक्विटी के भाव पर शेयर पुनर्खरीद करेगी।

पुनर्खरीद बेंगलुरु की कंपनी की 15,600 करोड़ रुपये की पूंजी लौटाने की योजना का हिस्सा है। इसमें 6,400 करोड़ रुपये का अंतिम लाभांश शामिल है।

शेयर बाजार को दी सूचना में कंपनी ने कहा कि शेयर पुनर्खरीद घरेलू शेयर बाजारों के माध्यम से खुले बाजार के जरिये की जाएगी।

वित्त वर्ष 2019-20 से इन्फोसिस ने अपनी पूंजी आबंटन योजना को बढ़ाया था और कहा था कि वह मुक्त नकद प्रवाह का 85 प्रतिशत पांच साल में पुनर्खरीद और लाभांश के जरिये लौटाएगी।

इन्फोसिस के मुख्य वित्तीय अधिकारी निलंजन रॉय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने 6,400 करोड़ रुपये लाभांश और 9,200 करोड़ रुपये की शेयर पुनर्खरीद की घोषणा की है। हमने 2020-21 और 2019-20 में संचयी रूप से 85 प्रतिशत में से 83 प्रतिशत का भुगतान कर दिया है। ये दो साल पूंजी आबंटन नीति के पहले दो साल थे। अत: हमने जो नीति बनायी थी, यह उसके अनुरूप है...।’’

इन्फोसिस का शेयर मंगलवार को बीएसई में 1,398.60 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ। पुनर्खरीद मूल्य पिछले बंद भाव के मुकाबले 25 प्रतिशत अधिक है।

इससे पहले, अगस्त 2019 में इन्फोसिस ने 11.05 करोड़ शेयर पुनर्खरीद 8,260 कराड़ रुपये में की थी। कंपनी की पहली पुनर्खरीद दिसंबर 2017 में 13,000 करोड़ रुपये की थी। इसमें 1,150 रुपये प्रति शेयर के भाव से 11.3 करोड़ इक्विटी खरीदी गयी थी।