नयी दिल्ली : कोविड-19 के इलाज में उपयोगी रेमडेसिविर दवा बनाने वाली कंपनियों ने कहा कि उन्होंने देश में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये इस दवा का उत्पादन बढ़ा दिया है।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए रविवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन और उसके रसायन (एपीआई) के निर्यात पर स्थिति सुधरने तक रोक लगा दी है।

जायडस कैडिला के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कोविड-19 संक्रमण के मामले हाल में बढ़ने से रेमडेसिविर की मांग बढ़ी है। हम फिलहाल तीन-चार संयंत्रों में इसका उत्पादन कर रहे हैं। मांग को पूरा करने के लिये हमने उत्पादन को 5-6 लाख शीशी से बढ़ाकर 10-12 लाख शीशी महीना कर दिया है। हम अब इसे बढ़ाकर 20 लाख शीशी प्रति महीना करेंगे।’’

कंपनी के अनुसार अगले कुछ सप्ताह में आपूर्ति की स्थिति बेहतर होगी।

डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने भी कहा कि वह भारत में ज्यादा-से-ज्यादा मरीजों तक रेमडेसिविर पहुंचाने के लिये हर संभव प्रयास कर रही है।

कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘हम उत्पादन बढ़ा रहे हैं। हम बाजार में तरल उत्पाद ला रहे हैं जिसे तेजी से बनाया और आपूर्ति की जा सकती है। हमने अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) में भी 50 प्रतिशत की कमी की है ताकि कीमत इंजेक्शन के मरीजों तक पहुंच को लेकर बाधा नहीं बने।’’

बयान के अनुसार कंपनी को अगले कुछ सप्ताह में स्थिति सुधरने की उम्मीद है।

दवा कंपनी सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज ने कहा कि वह बढ़ती मांग को पूरा करने के लिय सिनजेन के साथ गठजोड़ कर रेमडेसिविर उत्पादन की क्षमता बढ़ा रही है।

सन फार्मा के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कंपनी पहले ही उत्पादन बढ़ा चुकी है और अभी दो संयंत्रों में रेमडेसिविर का उत्पादन कर रही है। उत्पादन बढ़ाने के इरादे से एक और संयंत्र में इसके उत्पादन का निर्णय किया। हम लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं और कोविड-19 के इलाज में उपयोगी दवा की पहुंच मरीजों तक सुनिश्चित करने के लिये अथक काम कर रहे हैं।’’

कंपनी सिनजेन के साथ भागीदारी कर भारत में रेमडेसिविर का उत्पादन और वितरण कर रही है।

सिप्ला ने भी कहा कि उसे पिछले बार के संक्रमण के मुकाबले इस बार रेमडेसिविर का उत्पादन उल्लेखनीय रूप से बढ़ाया है।

कंपनी के अनुसार, ‘‘हमने पिछली बार के मुकाबले उत्पादन को दोगुना किया है। दवा की अप्रत्याशित मांग को देखते हुए, हम अपने नेटवर्क के जरिये अपनी क्षमता को और बढ़ाया है।’’

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को कहा कि देश में रेमडेसिविर के सात विनिर्माता हैं। ‘‘उनकी क्षमता करीब 38.80 लाख इकाई प्रति महीना है।’’

मंत्रालय के अनुसार औषधि विभाग दवा का उत्पादन बढ़ाने को लेकर घरेलू विनिर्माताओं के संपर्क में है।