नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) अरबपति कारोबारी अनिल अग्रवाल के नियंत्रण वाली वेदांता ने मंगलवार को कहा कि उसे खुद को शेयर बाजार से डिलिस्ट यानी अलग करने के लिए बीएसई और एनएसई से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।

कंपनी ने बताया कि अंतिम मंजूरी मिलने के बाद वेदांता की मूल कंपनी वेदांता रिसोर्स लिमिटेड (वीआरएल) और उसकी सहायक कंपनियां डिलिस्टिंग पेशकश के बारे में सार्वजनिक घोषणा करेंगी।

वेदांता ने शेयर बाजार को बताया, ‘‘बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया ने अपने 28 सितंबर 2020 के पत्र में डिलिस्टिंग पेशकश को सैद्धांन्तिक मंजूरी दी है।’’

वेदांता रिसोर्सेज और इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली अप्रत्यक्ष सहायक कंपनियां - वेदांता होल्डिंग्स मॉरीशस और वेदांता होल्डिंग्स मॉरीशस II ने भी मंगलवार को इस पेशकश के संबंध में घोषणा की।