चंडीगढ़ : कांग्रेस की हरियाणा इकाई की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 से स्वस्थ हुए कुछ मरीजों में काले कवक (फंगस) की बीमारी सामने आई है और उन्होंने इन मामलों की निगरानी के लिए सरकार से चिकित्सकों की राज्यस्तरीय समिति गठित करने की मांग की।

कुछ मरीजों में काले कवक के मामले मिलने पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार को इस बीमारी को लेकर लोगों को जागरूक करना चाहिए।

उन्होंने कहा, 'राज्य के सभी जिलों में इस तरह के मरीजों की स्थिति की निगरानी के लिए चिकित्सकों की राज्यस्तरीय समिति गठित की जानी चाहिए और साथ ही उन लोगों को चिह्नित किया जाना चाहिए जिनके इस बीमारी की चपेट में आने की आशंका है और उनका जल्द से जल्द उपचार शुरू किया जाना चाहिए।'

यहां जारी एक बयान में कांग्रेस नेता ने कहा, 'साथ ही, काले कवक की बीमारी की चपेट में आए मरीजों के पूरे उपचार और दवाओं का खर्च हरियाणा सरकार को वहन करना चाहिए।'

म्यूकोरमाइकोसिस, एक दुर्लभ लेकिन खतरनाक कवक संक्रमण है, जो अब कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को अपनी चपेट में ले रहा है।

भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए सैलजा ने आरोप लगाया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं।

उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में पिछले कुछ दिनों में काले कवक के संक्रमण (म्यूकोरमाइकोसिस) के 40 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि खबरों के अनुसार इस बीमारी से पीड़ित 12 लोगों का फरीदाबाद में उपचार चल रहा है और गुरुग्राम में इस रोग के 14 मामले सामने आए हैं।

उन्होंने कहा कि करनाल, फतेहाबाद और अन्य जिलों में भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।