चंडीगढ़: पंजाब में सोमवार से दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिये स्कूल फिर से खुले और विद्यार्थियों ने कहा कि उन्हें खुशी है कि कक्षाएं फिर से चालू हुई हैं क्योंकि अब वे अपने शिक्षकों से प्रत्यक्ष मिल सकेंगे और चीजों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे।

कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण मार्च में बंद होने के लगभग चार महीने बाद स्कूल फिर से खोले गए हैं। राज्य सरकार ने केवल उन शिक्षकों और कर्मचारियों को स्कूल वापस आने की अनुमति दी है जिन्होंने टीके की दोनों खुराक लगवा ली है।

स्कूलों के लिए यह अनिवार्य है कि वे बच्चों के कक्षा में उपस्थित होने से पहले उनके माता-पिता से इसके लिए लिखित अनुमति लें। डिजिटल माध्यम से भी पठन-पाठन चालू है।

अमृतसर के एक स्कूल के एक अधिकारी ने कहा, “किसी भी छात्र को बिना मास्क के स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कक्षा में सामाजिक दूरी का पालन किया जाएगा।” स्कूलों के अधिकारियों ने कहा कि प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग की जा रही है और छात्रों को हैंड सैनिटाइजर दिए जा रहे हैं।

एक डेस्क पर एक ही बच्चे को बैठने की अनुमति है। लुधियाना के एक विद्यालय के शिक्षक ने कहा कि अब तक छात्रों की ओर से बेहद सकारात्मक रवैया देखने को मिल रहा है।

लुधियाना के एक छात्र ने कहा, “स्कूल में वापस आकर मैं खुश हूं। हम ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर रहे थे लेकिन कक्षा में आकर ज्यादा समझ में आता है।” अमृतसर के एक छात्र ने कहा, “मैं आज स्कूल वापस आकर बेहद खुश हूं। अब हम कक्षा में अपने शिक्षकों से बात कर सकते हैं।”