चेन्नई : तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान ‘मंदोस’ के कारण अपेक्षाकृत कम नुकसान हुआ है। इसके प्रभाव के चलते हुई बारिश संबंधी घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई जबकि कुछ घरों को नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी।

मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने यहां पड़ोस में प्रभावित इलाकों का दौरा करने और प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित करने के बाद कहा, ‘व्यापक स्तर पर नुकसान नहीं हुआ है।’

उन्होंने कहा कि तमिलनाडु और विशेष रूप से चेन्नई मंदोस के प्रभाव से निकल गए हैं।

स्टालिन ने एक सवाल का जवाब देते हुए पत्रकारों से कहा कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है और अगर जरूरत हुई तो केंद्रीय सहायता मांगी जाएगी।

उन्होंने बारिश संबंधी घटनाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि चार लोगों की मौत हुई है।

इन घटनाओं के चलते कम से कम 181 घर-झोपड़ी क्षतिग्रस्त हो गए हैं और अन्य प्रकार के नुकसान की जानकारी संकलित की जा रही है। 3,163 परिवारों के 9,130 लोगों को 201 राहत शिविरों में आश्रय दिया गया है।

यहां ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन सहित नागरिक एजेंसियों ने पुलिस की सहायता से गिरे हुए पेड़ों को हटाया। चक्रवात से संबंधित राहत व बचाव कार्यों में कुल 25,000 कर्मियों को लगाया गया है।

इसके अलावा एनडीआरएफ और राज्य डीआरएफ के 496 कर्मियों भी बचाव व राहत कार्यों में जुटे हैं।

चक्रवात से कई इलाकों में बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए। बिजली आपूर्ति रोक दी गई और बाद में बहाल कर दी गई।

यहां काशीमेडु फिशिंग हार्बर में नावों को नुकसान हुआ है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव, सुप्रिया साहू ने ट्वीट किया: “मंदोस चक्रवात के बाद वंडालूर में अरिंगनार अन्ना चिड़ियाघर और गुइंडी चिल्ड्रन पार्क में कई पेड़ गिर गए हैं। हालांकि सभी जानवर सुरक्षित हैं और बाड़ों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। वंडालूर चिड़ियाघर और गुंडी पार्क रखरखाव के काम के लिए आज बंद है।”

चक्रवात के कारण हवाई अड्डे का संचालन प्रभावित होने के चलते 30 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गईं। हवाई अड्डे के रनवे को आज तड़के कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया। इसके अलावा तमिलनाडु से रवाना होने वालीं नौ उड़ान रद्द कर दी गईं। आने वाले 21 विमानों का मार्ग दूसरे शहरों की ओर मोड़ दिया गया।

इससे पहले भारत मौसम विज्ञान विभाग चेन्नई ने ट्वीट किया, ‘‘चक्रवाती तूफान मंदोस (जिसका मतलब खजाने की पेटी है) उत्तरी तमिलनाडु तट पर गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर हो गया। यह 10 दिसंबर को दोपहर तक पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा तथा धीरे-धीरे कमजोर होकर दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा।’’

नौ दिसंबर की देर रात रवाना हुआ मंदोस यहां मामल्लपुरम के तट को पार कर गया है। शनिवार तड़के यह पूरी तरह दस्तक दे चुका था।