दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़): राज्य के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू (घर वापसी) अभियान से प्रभावित होकर चार इनामी नक्सलियों समेत आठ नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया।

दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने सोमवार को बताया कि लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर चार इनामी नक्सलियों... प्लाटून नंबर 13 का सदस्य सुरेश ओयामी, पेदरास एलओएस की सदस्य जोगी माड़वी, मिरतुर एलओरएस का सदस्य प्रदीप उर्फ पंडरू कोवासी और मिलिशिया प्लाटून का डिप्टी कमांडर सूले कवासी समेत आठ नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया।

पल्लव ने बताया कि जोगी पर दो लाख रुपए तथा माड़वी, कोवासी और कवासी पर एक-एक लाख रुपए का इनाम है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले अन्य चार नक्सलियों में से दो मिलिशिया सदस्य तथा दो चेतना नाट्रय मंच और भूमकाल मिलिशिया के सदस्य हैं।

पल्लव ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ पुलिस दल पर हमला, ग्रामीणों से मारपीट करना और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य मामले दर्ज हैं।

उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को जानकारी दी है कि उन्होंने माओवादी संगठन की खोखली विचारधारा और हिंसा से तंग आकर तथा लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 10 हजार रुपए दिए गए हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में नक्सलियों की घर वापसी के लिए लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले के थाना, शिविरों में नक्सलियों का नाम चस्पा कर उनसे समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की जा रही है।

उन्होंने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 67 इनामी नक्सली समेत 248 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।