नयी दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को कहा कि अहमदाबाद स्थित विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर रखना भारत को खेलों की दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाने की उनकी ‘‘दूरदृष्टि’’ को सम्मान देने का ‘‘विनम्र प्रयास’’ है।

गुजरात में मोटेरा स्टेडियम का नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर रखे जाने को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए इसे सरदार पटेल का अपमान बताया था। इस विवाद के मद्देनजर भाजपा के अन्य नेताओं ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।

नड्डा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए ‘खेलो इंडिया’ और ‘फिट इंडिया’ जैसे अभियानों की शुरुआत की। गुजरात को स्पोर्ट्स हब बनाने की कल्पना उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए ही की थी। ये उन्हीं की दूरदर्शिता है कि अहमदाबाद भारत के स्पोर्ट्स सिटी के रूप में स्थापित हो रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी के अथक प्रयासों और नीतियों के बल पर भारत खेल की दुनिया में भी सर्वोच्च स्थान पर प्रतिष्ठित होगा। दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का नाम देना उनके विजन को सम्मान देने का एक विनम्र प्रयास है।’’

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरदार पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव के निर्माण के बाद देश एशियाड, कॉमनवेल्थ और ओलंपिक के आयोजन के लिए दुनिया में एक प्रमुख दावेदार होगा।

उन्होंने कहा इसमें विभिन्न खेलों के लिए अलग-अलग स्टेडियम, ट्रेनिंग सेंटर, ट्रैक और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सभी हाईटेक सुविधा उपलब्ध होगी।

सरदार पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव के भूमि पूजन और स्टेडियम के उद्घाटन पर उन्होंने सभी देशवासियों एवं खेलप्रेमियों को शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा, ‘‘सभी अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनने वाला यह स्पोर्टस एन्क्लेव देश में खेलों को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा और भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित करेगा।’’

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज अहमदाबाद स्थित विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया। इस स्टेडियम का नाम नरेन्द्र मोदी स्टेडियम रखा गया है जबकि पहले इसे मोटेरा स्टेडियम के नाम से जाना जाता है।

इसके बाद सोशल मीडिया पर मोटेरा स्टेडियम का नाम बदले जाने को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगी। कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने आरोप लगाया और इसे सरदार पटेल का अपमान बताया।

इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सिर्फ मोटेरा स्टेडियम का नाम बदला गया है जबकि पूरा खेल परिसर सरदार वल्लभ भाई पटेल के ही नाम पर रहेगा।

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए सवाल किया कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी या उनके पुत्र राहुल गांधी ने भी गुजरात के केवड़िया स्थित सरदार पटेल की विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति की प्रशंसा की?

जावड़ेकर ने कहा कि दोनों नेता अभी तक केवड़िया गये भी नहीं हैं।

प्रसाद ने कहा, ‘‘मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कहना चाहता हूं एक पर्यटन स्थल जिसकी सराहना पूरा विश्व कर रहा है वहां अभी तक दोनों कांग्रेस नेता नहीं गए और ना ही इसकी प्रशंसा की। इसके बाद क्या कहना रह जाता हैं?’’

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया, ‘‘शायद उन्हें लगा होगा कि यह स्टेडियम एक गृह मंत्री के नाम पर था जिसने उनके पितृ संस्था पर प्रतिबंध लगाया था! या हो सकता है कि ट्रंप जैसे किसी राष्ट्राध्यक्ष का दौरा सुनिश्चित करने के लिए अग्रिम बुकिंग हो? या फिर क्या यह विरासत तैयार करने की शुरुआत है?’’

कांग्रेस सांसद राजीव सातव ने कहा, ‘‘मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम का नाम सरदार पटेल से नरेन्द्र मोदी के नाम पर करना शर्म की बात है। यह दर्शाता है कि हमारे प्रधानमंत्री कितने आत्ममुग्ध हो गए हैं। यह अपमानजनक है और निरंकुश तानाशाही का स्पष्ट संकेत है।’’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने स्टेडियम के बारे में सीधा जिक्र ना करते हुए सरदार पटेल के एक कथन को साझा किया, ‘‘‘‘इस मिट्टी में कुछ अनूठा है, जहां कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं का निवास रहा है।’’