नलबाड़ी(असम):  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को आरोप लगाया कि यदि कांग्रेस-एआईयूडीएफ गठजोड़ असम में सत्ता में आता है तो ये दल घसुपैठियों का स्वागत करने के लिए ‘‘सारे द्वार’’ खोल देंगे।

शाह ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में कांग्रेस शासन ने सिर्फ खूनखराबा दिया है, जिसमें हजारों युवकों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

उन्होंने कहा, ‘‘क्या कांग्रेस और बदरूद्दीन अजमल असम को घुसपैठ से मुक्त रख पाएंगे? यदि वे सत्ता में आते हैं, तो वे उनका स्वागत करने के लिए सारे दरवाजे खोल देंगे क्योंकि यह उनका वोट बैंक है। ’’

शाह ने चुनावी राज्य असम में अपनी पहली चुनावी रैली में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सिर्फ भाजपा ही राज्य को पड़ोसी देश से घुसपैठ से रक्षा कर सकती है।

असम विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में होने की संभावना है। कांग्रेस ने इसके लिए एआईयूडीएफ, भाकपा, माकपा, भाकपा(एमएल) और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ गठजोड़ किया है।

कांग्रेस पर प्रहार करते हुए शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने बांटों और राज करो की अंग्रेजों की नीति जारी रखी है। उसने आदिवासी और गैर-आदिवासी, असमी लोगों और पर्वतीय लोगों, बोडो और गैर-बोडो के बीच विभाजन पैदा कर दिया है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘20 साल में सिर्फ खूनखराबा हुआ है और कांग्रेस द्वारा चलाई गई गोलियों से 10,000 असमी युवक मारे गये हैं।’’

लोगों से भाजपा को वोट देने की अपील करते हुए शाह ने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में फिर से आएगी तो असम गोली मुक्त, आंदोलन मुक्त और बाढ़ मुक्त बनेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘एक चीज तो निश्चित है कि असम कांग्रेस और एआईयूडीएफ के हाथों में सुरक्षित नहीं रहेगा।’’