हार्ट अटैक के लोगों को लेकर कई रिसर्च  में कहा गया है कि सेक्शुअल गतिविधियां  कम करने से दूसरे हार्ट अटैक से बचा जा सकता है. इसको लेकर एक नई स्टडी सामने आई है जिसमें कहा गया है कि सेक्शुअल गतिविधियों से दूसरे हार्ट अटैक से बचा जा सकता है.

इसमें कहा गया है कि लम्बा जीवन जीने के लिए पहले की तरह सेक्शुअल गतिविधियां होनी चाहिए. CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रेवेंटिव कार्डियोलोजी ने एक रिसर्च पब्लिश की जिसमें अब तक बताई गई सभी बातों से अलग नजरिया बताया है. शोधकर्ताओं ने 495 जोड़ों को स्टडी में शामिल किया जिन्हें लगभग बीस साल तक मोनिटर किया गया. इसमें जिन लोगों ने साधारण सेक्शुअल गतिविधियां शुरू की, उनमें 35 फीसदी जोखिम दूसरे हार्ट अटैक के लिए कम हो गया.

टेल अविव यूनिवर्सिटी (Tel Aviv University) इजराइल के प्रोफेसर यारिव गेर्बर ने प्रेस रिलीज में कहा- सेक्शुअलिटी और सेक्शुअल गतिविधियां हाल चाल के लिए होती हैं. हार्ट अटैक के तुरंत बाद सेक्शुअल गतिविधियां शुरू करने से इंसान स्वस्थ, कामकाजी, युवा और ऊर्जावान आत्मधारणा का हिस्सा हो सकता है. यह मानसिक रूप से स्वस्थ जीवन शैली का कारण बन सकता है. 495 रोगियों की आयु 65 वर्ष या उससे कम थी और उन्हें 1992-93 में दिल का पहला दौरा पड़ा था. उनकी औसत आयु 53 थी और उनमें से 90 फीसदी पुरुष थे. शोधकर्ताफओं ने पाया कि 22 साल बाद 211 मरीज या कुल प्रतिभागियों में से 43 फीसदी का निधन हो गया था.

शोधकर्ताओं ने अन्य स्वास्थ्य और सामाजिक-आर्थिक कारकों जैसे कि मोटापा, सभी रोगियों के बीच शारीरिक गतिविधियों का अध्ययन किया और पाया कि समूह के अधिकांश लोग जो मर गए थे, वह मुख्य रूप से हृदय रोग के अलावा अन्य रोगों के शिकार भी थे. गेर्बर ने तेजी से रिकवरी के लिए बेहतर शारीरिक फिटनेस, जीवनसाथी से सम्बन्धों को अच्छा बनाने और यौन सम्बन्धों को शानदार बनाने के लिए मानसिक रूप से क्षमता का होना भी जरूरी बताया. हालांकि स्टडी में यह नहीं माना गया है कि बेहतर अस्तित्व के लिए नियमित यौन सम्बन्ध एकमात्र कारक है. स्टडी यही सलाह देती है कि हार्ट अटैक के बाद नियमित सेक्शुअल गतिविधियों की तरफ जाने से नहीं घबराना चाहिए.