अक्‍सर पहले बच्‍चे के बाद जब दूसरे बच्‍चे के बारे में सोचा जाता है, तो कई तरह की बातें जहन में आती हैं. पैरेंटिंगआसान नहीं, पहले बच्‍चे की केयर  करते हुए इस बात के लिए भी खुद को पूरी तरह तैयार कर लें कि दूसरे बच्‍चे के बाद बढ़ती जिम्‍मेदारियों को पैरेंट्स किस तरह संभालेंगे.

वहीं दोबारा मांं बनने से पहले इस बात को भी अच्‍छी तरह समझ लें कि महिला शारीरिक तौर पर दूसरे बच्‍चे के लिए तैयार है कि नहीं. साथ ही अपनी फाइनेंशियल कंडीशन को भी नजरअंदाज न करें. इन सब बातों को ध्‍यान में रखते हुए करें दूसरे बच्‍चे की प्‍लानिंग, ऐसे में आप परेशानियों से बचे रहेंगे.


सबसे पहले इस बात का ध्‍यान रखें कि दूसरे बच्चे की प्लानिंग पति और पत्नी दोनों आपस में बात करके करें. यह अकेले का फैसला नहीं होना चाहिए. इसके लिए दोनों का तैयार रहना बेहद जरूरी है. क्‍योंकि बच्‍चे की परवरिश में माता पिता दोनों का पूरा योगदान होता है.
डॉक्‍टर से लें सलाह
दूसरे बच्‍चे के बारे में सोच रहे हैं तो इसके लिए अपने स्‍वास्‍थ्‍य को नजरअंदाज न करें. इसके लिए शारीरिक तौर पर भी एक महिला का पूरी तरह सेहतमंद रहना और तैयार होना बहुत जरूरी है. इसलिए अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें और उनकी सलाह लें. अगर आपके पहले बच्चे के जन्‍म के समय कोई समस्या हुई हो, तब तो डॉक्‍टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है.

बजट बनाना बहुत जरूरी
अगर आप अपने पहले बच्‍चे के बाद दूसरी बार मां बनने की सोच रही हैं तो यह बहुत जरूरी है कि अपने पार्टनर के साथ इस बारे में बजट तैयार कर लें. इस दौरान होने वाले खर्च को कैसे मैनेज करना है और अन्‍य जिम्‍मेदारियां कैसे निभानी हैं इस बारे में पूरी तरह तैयारी कर लें.

अपनों का लें साथ
घर में अगर आप अकेली हैं, तो आपकी प्रेग्‍नेंसी के दौरान और जन्‍म के बाद आपका और परिवार का ख्‍याल रखने वाला कोई हो. इसके लिए काम के लिए किसी को रख लें, ताकि खान पान में कोई बाधा न पड़े. साथ ही ऐसे में अपनों का साथ काफी मायने रखता है. इससे अच्‍छी तरह से केयर हो जाती है और भावनात्‍मक तौर पर भी सहारा मिल जाता है.