नयी दिल्ली: भारत के कई हिस्सों के कोविड-19 की दूसरी लहर से गंभीर रूप से प्रभावित होने के बीच जर्मनी, नीदरलैंड, पुर्तगाल, अमेरिका, कजाकिस्तान जैसे देशों से चिकित्सा सहायता के रूप में वेंटिलेटर, श्वसन संबंधी उपकरण, रेमडेसिविर एवं अन्य दवाओं आदि का पहुंचना जारी है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘यूरोपीय संघ से एकजुटता और सहयोग जारी। जर्मनी से 223 वेंटिलेटर, रेमडेसिविर की 25000 शीशियों एवं अन्य चिकित्सा उपकरणों का खेप विमान से पहुंचा। ’’

उन्होंने बताया कि नीदरलैंड से रेमडेसिविर की 30000 शीशियां तथा पुर्तगाल से रेमडेसिविर की 5500 शीशियां पहुंची ।

बागची ने कहा कि भारत यूरोपीय संघ के सहयोगियों के समर्थन को महत्व देते हैं ।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘ भारत और अमेरिका की सामरिक साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए । अमेरिका से रेमडेसिविर की 81000 शीशियों की खेप सुबह मुम्बई पहुंची, हम इसकी सराहना करते हैं । ’’

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘हमारी सामरिक साझेदारी को और गहरा बनाते हुए । हम कजाकिस्तान से 56 लाख मास्क/रेस्पिरेटर पहुंचने का स्वागत करते हैं।’’



बागची ने कहा कि जिलिएड साइंसेज से रेमडेसिविर की 78595 शीशियां भेंट के रूप में आज मुम्बई पहुंची । वह इसकी सराहना करते हैं ।

गौरतलब है कि देश में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच दुनिया के कई देशों से मदद पहुंच रही है। बुधवार को कतर, कनाडा जैसे देशों से चिकित्सा सहायता की खेप पहुंची थी। वहीं, मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात, लक्जमबर्ग, कुवैत जैसे देशों से चिकित्सा सहायता आई थी।