देवउठनी एकादशी 25 नवंबर को है. पंचांग के अनुसार इस दिन एकादशी के तिथि है. ऐसा माना जाता है कि देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु का शयनकाल समाप्त हो जाता है. शयन काल के दौरान भगवान विष्णु पाताल लोक में विश्राम करने चले जाते हैं.

जिस दिन से भगवान विष्णु का विश्राम काल आरंभ होता है उस दिन से चातुर्मास आरंभ हो जाते हैं. इसका अर्थ ये होता है कि चार महीने तक मांगलिक कार्य वर्जित हो जाते हैं. इस बार 1 जुलाई से चातुर्मास आरंभ हुए थे. 25 नवंबर को चातुर्मास समाप्त हो रहे हैं.

 

देवउठनी एकादशी पर तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है. इस दिन तुलसी माता की विशेष पूजा की जाती है. इस दिन भगवान विष्णु का स्वागत किया जाता है. इसके बाद से ही मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं. इस बार शादी विवाह के लिए कई मुहूर्त बन रहे हैं. इन मुहूर्त के बारे में आइए जानते हैं.