साप्ताहिक राशिफल, पं. अशोक दीक्षित

दिनांक - 5  से 11 जून, 2022

यह राशिफल जन्मकालीन चंद्र राशि पर आधारित है। जिनकी जन्मकालीन राशि ज्ञात नहीं है वे नाम राशि के आधार पर पढ़ सकते हैं।

मेष- इस सप्ताह अपनी वाणी पर पूर्ण नियंत्रण रखते हुए वाक्-कौशल के साथ परिस्थितियों को संभालना होगा। तर्क-वितर्क कब वाद-विवाद में परिवर्तन हो जाएंगे, पता नहीं चलेगा। घरेलू विषय कुछ उलझनपूर्ण रहेंगे और परिजनों में परस्पर सामंजस्य हेतु सेतु की भूमिका निभानी होगी। आपकी राशि में राहु के साथ शुक्र उपस्थित हैं और राशि स्वामी मंगल भी बारहवें चल रहे हैं।  इस समय अपने स्वाभिमान के प्रति अति गंभीर न बनें, विवेक को जाग्रत रखें। जितना किसी के प्रति अच्छा सोचेंगे उतना ही अपयश मिल सकता है। अनावश्यक किसी के भी प्रति नकारात्मक धारणा न रखें, यह न केवल रिश्तों में अपितु व्यापार में भी बाधक या अवरोधक हो सकती है। संतान को लेकर थोड़ी चिंता संभावित है। शनिदेव अब वक्री हो गये हैं और समुचित लाभ के लिए व्यावसायिक योजना में कुछ परिवर्तन करने पड़ सकते हैं। साझेदारी के व्यापार में परस्पर नीति-उपयोग के संबंध में पुनर्विचार करना पड़ सकता है। राशि से दूसरे सूर्य-बुध धन की आवश्यकता को बढ़ा सकते हैं, आय वृद्धि और धन प्रबंध में व्यस्तता बढ़ेगी। जहाँ-कहीं धन रुका हुआ है, उसे प्राप्त करने की चेष्टा करेंगे। नौकरी में असामंजस्य सा रहेगा।

वृषभ- इस सप्ताह दूरगामी विचारधारा अपनानी होगी। कार्य-व्यापार में अवसरों को लेकर ऊँच-नीच सी रहेगी। कुछ समझौते नया स्वरूप ले सकते हैं। अपनी कार्य प्रणाली में परिस्थिति अनुरूप तात्कालिक निर्णय लेने में संकोच न करें। व्यावसायिक परिस्थितियाँ और लोगों का व्यवहार सदैव एक सा नहीं रहता, यह ध्यान रखें। इस समय व्यवसाय के अतिरिक्त विषय जो व्यक्तिगत जीवन और घर-परिवार से जुड़े होंगे, उन पर संयमित प्रक्रिया अपनानी होगी, अन्यथा हताशा के साथ धन हानि भी हो सकती है। परिवार में किसी को स्वास्थ्य संबंधी समस्या आ सकती है। कार्य-व्यापार में इन दिनों असुविधा और असहयोग थोड़ा बढ़ेगा, इन सब से व्यथित या तनावग्रस्त न होकर, अपने स्तर पर जो संभावित हो उसे पूरा करने की चेष्टा करें। जो कार्य अभी नहीं हो पा रहा, उसको लेकर ज्यादा भावुक या आशावान न बनें। अपने अधीनस्थ वर्ग के प्रति न तो ज्यादा आशा रखें और न ही उत्तरदायित्व प्रदान करें, बल्कि चतुराई पूर्वक उनसे अपना काम निकालें। उन्हें यह अहसास न होनें दें कि आप उन पर निर्भर हैं। हिसाब-किताब पर पैनी नजर रखें, लेन-देन की भूल चिंताकारक हो सकती है। अपने व्यावहारिक प्रयासों में चेतन्यता रखें, यात्रा में सावधानी रखें, अन्यथा कोई नुकसान सम्भावित है। नौकरी में अधिकारी वर्ग की कड़वी बातें सुननी पड़ सकती है।

मिथुन- यह सप्ताह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में राहत देने वाला है। खर्चा कुछ अधिक रहेगा, कोई पारिवारिक यात्रा प्रस्तावित है। राशि स्वामी बुध अब मार्गी हो गये हैं, लोगों के व्यवहार में सकारात्मकता आयेगी। कार्यक्षेत्र में अति-कौशल प्रकट करना होगा, सामाजिक लोगों की धारणा को अपने पक्ष में करने हेतु निःस्वार्थ कार्य-कुशलता प्रकट करनी होगी। किसी चलते हुए कार्य में बड़ा कार्यावसर प्राप्त हो सकता है। सरकारी उलझनों से अभी दूर ही रहें तो अच्छा है। भाग्य स्थान में शनिदेव उच्च नवांश में वक्री हैं, अपनी अव्यवस्थित सी जीवनचर्या को भय मुक्त कर व्यवस्थित करना होगा। इस सप्ताह लाभ भाव में राहु-शुक्र की उपस्थिति सीमित फल प्रदान करेगी पंरतु राशि से दशम में गुरु व मंगल की शक्तिशाली उपस्थिति यश व प्रतिष्ठा में वृद्धि करेगी। इस समय प्रत्यक्ष लाभ की अपेक्षा अपनी प्रतिष्ठा और सम्पर्क बढ़ाने का प्रयास करना उचित है। कार्य व्यवसाय में सीमित संसाधनों के साथ अपने कार्य को संपादित करने में कौशल प्रस्तुत करना होगा। सप्ताह के आखिर में अपने आवेश पर नियंत्रण रखें और अपनी वाणी की मिठास कम न होने दें। अति चतुर और भावुक लोगों से व्यवहार में विवेकी बने रहें। नौकरी में कार्य परिणिती पर ध्यान देवें।

कर्क- यह सप्ताह थोड़ा चुनौती पूर्ण है। कार्य-व्यवसाय में अचानक से परिस्थितियों में कोई परिवर्तन चौकाने वाला हो सकता है। किसी व्यावसायिक अवसर को और व्यक्ति को आप जो साधारण सा समझ रहे थे, उसकी वास्तविक गंभीरता अब प्रकट होने लगेगी, यदि कार्य योजना में तात्कालिक परिवर्तन शीघ्रता से करके उस पर क्रियान्वयन कर लेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी, अन्यथा यदि आलस्य या लापरवाही हुई तो आप न केवल उलझेंगे अपितु हानि भी सहनी पड़ेगी। यद्यपि राशि से लाभ भाव में धनेश सूर्य व बुध की उपस्थिति व्यापार की गति को बढ़ा रही है और दैनिक आमदनी भी बढ़ने लगेगी, लेकिन लाभ वृद्धि के लिए कोई गोपनीय मार्ग का चयन भी करना पड़ सकता है। राशि से आठवें वक्री शनि की दृष्टि दशम भाव पर है। किसी ऐसे व्यक्ति के साथ कोई भी व्यापारिक व्यवहार न करें जो प्रत्यक्ष रूप से विश्वसनीय नहीं रहा हो। कोई रिश्तेदार आपको सलाह देगा कि कभी लीक से हटकर भी काम करना पड़ता है, लेकिन आप इसमें अपनी सहमति न दें, तो ही उचित होगा। संतान को कोई कष्ट संभावित है। जीवनसाथी का रूखा व्यवहार देखने को मिल सकता है। गोपनीय ढंग से आपकी प्रतिष्ठा को खराब करने की कोशिश हो सकती है। आस-पास व्यक्तियों के व्यवहार में परिवर्तन आपके प्रति सहज नहीं है, ध्यान रखें इसमें कोई रहस्य अवश्य है। नौकरी करते हैं तो आस-पास की गतिविधि पर नजर रखें।

सिंह- इस सप्ताह थकान और परिश्रम बढ़ेगा। साधारण से काम के लिए भी अतिरिक्त प्रयास और ऊर्जा लगानी होगी। राशि सें केन्द्र में शनि व सूर्य की उपस्थिति बुद्धि प्रयोग का संकेत दे रही है। सामान्य घटनाक्रम को नजरंदाज करना सीखें। किसी से व्यवहार न बिगाड़ें। खर्चा कुछ बढ़ रहा है परंतु इसमें किसी को दोषी न ठहरावें। नुकसान कोई चला कर नहीं करता, अपितु असावधानी वश हो जाता है। राशि से सप्तम में शनि वक्री हो गए हैं। कोई लाभकारी प्रस्तावित यात्रा निरस्त हो सकती है। अपने अधिकारों का दुरुपयोग न करें न ही किसी को करने दें। इन दिनों आर्थिक दृष्टिकोण के साथ क्रियाविधि  बनाए रखें। सौदेबाजी में  अपने हितों की अनदेखी न करें। अपने स्वास्थ्य के साथ कोई लापरवाही न करें। पिता या किसी वरीष्ठ व्यक्ति से कटु वचन सुनने पड़ सकते हैं। जीवनसाथी की आपसे शिकायत रह सकती है कि आप उनके प्रति लापरवाह है। इन दिनों अपने व्यावसायिक प्रक्रिया के स्वरूप में नवीनीकरण और प्रदर्शन को बढ़ावा देना होगा। महत्वपूर्ण कार्य में किसी पर निर्भर रहने की गलती न करें। परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थान पर जाना हो सकता है। इस समय किसी भी आक्षेप की परवाह किए बिना अपने लाभ व हित पर केन्दि्रत रहें। नौकरी करते हैं तो किसी भी तरह सहयोग ले-देकर अपनी जिम्मेदारी निभावें।

कन्या- यह सप्ताह राहत देने वाला है। रिश्तों की कड़वाहट कम होने लगेगी। सम्पर्क सूत्रों व व्यावसायिक संबंधों में सुधार होगा। नाराज चल रहे लोगों से सुलह या समझौते की तरफ बढ़ेंगे। शत्रु भाव रखने वाले प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष विरोधियों को उचित प्रति-उत्तर देने का समय आ गया है। राशि स्वामी बुध अब अनुकूलता की तरफ बढ़ रहे हैं। व्यावसायिक सुस्ती दूर होने लगेगी। अपनी उन्नति हेतु बड़े निर्णय करेंगे और स्वयं को भी व्यवस्थित व नियमित करने की चेष्टा करेंगे। साझेदारी के काम-काज में बिगड़ी बात सुधरने लगेगी। एक बड़ा खर्चा जो तनाव का कारण बन रहा था, उसके लिए पर्याप्त अर्थ प्रबंध हो जाएगा। दैनिक आमदनी बढ़ेगी साथ ही व्यापार में निवेश भी बढ़ेगा। स्वास्थ्य में कोई पुरानी संक्रमण संबंधी बीमारी पुनः उभर सकती है, यदि परहेज ठीक से नहीं किया तो। जीवनसाथी के साथ अभी मौन रहकर, उनकी सहमति में बने रहना ही उचित होगा। कोई उच्च स्तरीय सम्पर्क आपके लिए अति सहायक व लाभकारी हो सकता है। सप्ताह मध्य में अति सावधान व सतर्क रहना होगा। कोई हानि या नुकसान अथवा अपयश की सम्भावना रहेगी। नौकरी करते हैं तो कार्य-कुशलता के प्रदर्शन पर ध्यान देना होगा।

तुला- इस सप्ताह परिस्थितियों में अचानक से बदलाव आ सकता है। जिन लोगों ने आपको वादा किया हुआ था, वे अपनी मजबूरी या असमर्थता प्रकट कर सकते हैं। कार्य-व्यवसाय में लिए गए कुछ निर्णय भारी से होने लगेंगे, लेकिन यदि सहयोग व संसाधनों के विषय में अन्य विकल्प प्रयोग में ले सके तो कठिनाई को जीत सकेंगे। राशि स्वामी शुक्र अभी राशि को देख रहे हैं, किन्तु वे राहु मुख की तरफ भी बढ़ रहे हैं। अपने विचारों और योजना में नैतिकता की कमी न आने दें। अपनी साख को कमजोर न पड़ने दें। कहीं सम्भावित और निर्धारित लाभ में अनावश्यक कटौती की स्थिति आ सकती है, आपको समुचित समाधान खोजकर रखना होगा। ऋण प्राप्ति हेतु कोई प्रयास चल रहा है तो उसमें सफलता मिल सकती है। संतान के संबंध में कोई पुनर्विचार करना पड़ सकता है। कहीं किए गए निवेश में मूल्यों के परिवर्तन के साथ तालमेल रखने हेतु अतिरिक्त धन की आवश्यकता पड़ सकती है। व्यक्तिगत जीवन में किसी संबंध को लेकर असंतोष सा उत्पन्न हो सकता है। आशानुरूप लोगों के व्यवहार की कमी से आहत न होवें। नौकरीपेशा हैं तो मन को कार्य के प्रति एकाग्र रखें।

वृश्चिक - यह सप्ताह पुनर्विचार को प्रेरित करने वाला है। व्यावसायिक मामलों में चल रहे प्रयास अपर्याप्त से रहेंगे, आपको उच्चतर प्रयत्न करने में पीछे नहीं रहना है। राशि से चौथे शनि वक्री हो गए हैं। अनपेक्षित अवरोध आना शुरु हो जाएंगे। आपकी कार्य प्रणाली पर संदेह बढ़ने लगेगा, इसलिए कार्य-कुशलता लाने की चेष्टा करें। व्यक्तिगत जीवन में व्याप्त असामान्य सा असर व्यापार-व्यवसाय पर न आने दें। छोटे से पारिवारिक अपयश से बचने के लिए व्यापार-व्यवसाय की उपेक्षा कदापि उचित नहीं। इस सप्ताह चंद्रमा यद्यपि अनुकूल हैं, इसलिए उचित मार्गदर्शन  व कार्य-योजना के साथ आगे बढ़ेंगे तो ही उचित होगा, अन्यथा अभी की लापरवाही कई दिनों तक पीड़ा देती रहेगी। इस अंधविश्वास में न रहे कि सामने वाला प्रतिस्पर्र्द्धी या विरोधी आपकी टक्कर का नहीं। वक्त आने पर चींटी भी हाथी को प्रभावित कर देती है। दाम्पत्य जीवन में समझौते की नीति परस्पर अपनानी होगी। किसी छोटी सी बात का मोह माहौल खराब कर सकता है। लाभ की अपेक्षा कार्य-सम्पन्नता की श्रेष्ठता पर ध्यान केन्दि्रत रखें। सप्ताह के अंत में पर्याप्त धन प्राप्त होगा। कहीं यश और प्रतिष्ठा भी मिलेगी। नौकरीपेशा हैं तो परस्पर सहयोग की नीति अपनावें।

धनु- इस सप्ताह निर्णय-अनिर्णय की स्थिति में उलझन में पड़ सकते हैं। विवेक के साथ कार्यों की प्राथमिकता तय करनी होगी। व्यक्तिगत अपेक्षाओं को अधिक हावी स्वयं पर न होने दें। अपनी इच्छा और पसंद की अपेक्षा समय की मांग क्या है, उस पर केन्दि्रत होने की कोशिश करें। राशि से तीसरे शनि वक्री हैं और भुजा कमजोर पड़ने लगेगी। इन दिनों असहयोग बढ़ेगा। समुचित सहयोगियों का अभाव सा रहेगा। नऐ लोगों के साथ स्वयं को भी पर्याप्त श्रम करना होगा। व्यक्तिगत रूप से स्वभाव के दुर्गुणों को नियंत्रित करें, अपनी कमजोरी कार्य-स्थल पर प्रकट न होने दें। कार्य-व्यवहार में प्रतिस्पर्द्धा और विरोध बढ़ जाएगा। अपने काम के घंटे बढ़ाना ही श्रेष्ठ उपाय है। अनावश्यक कोई पुरानी गलती का आक्षेप भी सहन करना होगा। संतान को पीड़ा या कष्ट सम्भावित है, उनके व्यवहार से दुःख का अनुभव हो सकता है। व्यापार को सीमित लाभ की दिशा में प्रेरित कर, कार्य गति बनाए रखनी होगी। व्यावसायिक सौदों में धैर्य से निर्णय लेवें। कर्जा लेकर निवेश न करें। अभी थोडी भी बचत हो तो उसे सुरक्षित रखने का प्रयास करें। नौकरी करते हैं तो चतुराई से काम लेवें।

मकर- इस सप्ताह किसी भी तरह के भटकाव में न आवें। व्यर्थ की बातों में आकर अपनी सोच व योजना को प्रभावित न होने दें। इन दिनों कार्य-व्यवहार असामान्य सा रहेगा। सोच भी नहीं सकते ऐसी परिस्थिति अवरोध का कारण हो सकती है। साझेदारी में नऐ सिरे से योजना बनानी पड़ेगी। धन प्रयोग में बुद्धिमानी से काम लेवें। पारिवारिक कोई पुराना घटनाक्रम अचानक से अशांति का कारण बन सकता है। दाम्पत्य जीवन में किसी तीसरे की दखल घटनाक्रम को बिगाड़ सकती है। जमीन-जायदाद का काम करते हैं तो सौदेबाजी में छानबीन अच्छी तरह करें। नौकरी की तलाश में हैं तो चिंता की अपेक्षा प्रतीक्षा के समय का सदुपयोग करें और अपनी योग्यता बढ़ाने का प्रयास करें। व्यक्तिगत रिश्तेदारों की समस्याओं से दूर ही रहें तो अभी उचित है। अपनी कार्य-प्रणाली का आकलन कर, समयोचित सुधार कर लेना आवश्यक है, अभी के प्रयास अपर्याप्त है। अपने संसाधनों के प्रति गम्भीर होना होगा। उनके नवीनीकरण व क्रियाशीलता में सुधार करना होगा। धन को लेकर कहीं वाद-विवाद सम्भावित है। नौकरीपेशा हैं तो छुट्टी लेने की गलती न करें, आपके पीछे षड्यंत्र बढ़ेगा।

कुंभ - यह सप्ताह अपेक्षाकृत कठिन है और लोगों से तालमेल बना कर रखना मुश्किल सा होगा। एक तरफ व्यक्तिगत जीवन में कुछ समस्याएं रहेंगी और स्वास्थ्य संबंधी बाधाएं भी प्रभावित करेंगी तो दूसरी तरफ कार्य-व्यवसाय में चुनौतियाँ उभर कर आएंगी। अनुकूल व सहयोगी बन रहे लोगों के व्यवहार में अचानक से बदलाव आएगा। अनावश्यक आपमें कमी गिनाने की कोशिश  होगी। व्यवसाय वृद्धि के लिए और प्राप्त अवसर को पूर्ण करने में अतिरिक्त धन प्रयोग में लेना होगा। व्यापार में प्रतिस्पर्द्धा बढ़ेगी। कर्ज के लेन-देन में कुछ कठोरता और वणिक् बुद्धि अपनानी होगी। सरकारी कोई आपत्ति आपकी योजना में बाधक हो सकती है। अभी जैसे भी सम्भव हो इसका निराकरण करें। समस्या को बढ़ाने का कोई फायदा नहीं। साझेदारी या साथी के साथ काम करते हैं तो उसका लोभ बढ़ सकता है या वह कोई नई शर्त रख सकता है। झूठा वादा न करें, परेशानी बढ़¸े तो भी सत्य का ही पालन करें। किसी मित्र की संगति भारी पड़ सकती है। जीवनसाथी की नाराजगी झेलनी पड़ेगी। नौकरीपेशा हैं तो आदर्शों की अनुपालना करने में कोताही न बरतें।

मीन- यह सप्ताह योग्यता और कौशल के साथ अपने उच्च सम्पर्कों व सामर्थ्य को समेकित रखते हुए कार्य-साधन करना होगा। किसी अवसर की निरस्तता से व्यथित न होवें अपितु नूतन दिशा में प्रयास करें। राशि के दूसरे व बारहवें भावों में वक्री ग्रह हैं। आपकी प्रतिष्ठा से आहत ईर्ष्यावान लोग खुलकर विरोध में आ सकते हैं। पिता के स्वास्थ्य की चिंता हो सकती है अथवा उनको आपके कार्य-व्यवहार पर शंका हो सकती है। साझेदारी या साथ काम करने का कोई नया प्रस्ताव आ सकता है, लेकिन अपने मूल व्यापार या कार्य की उपेक्षा उचित नहीं, अपितु उसमें सुधार की कोशिश करें। चढ़ती शनि की साढ़ेसाती में शनि देव का वक्री होना, दैनिक आवश्यकता में कटौती करवाता है। इस समय जो भी आशानुरूप हो उसी में संतोष करें, बिगड़े कामों की चिंता में आगामी सम्भावनाओं को नजरंदाज न करें। अन्य कार्यों में भी व्यस्तता बढ़ेगी। कुछ बेगार अधिक करनी पड़ेगी। इसमें अपने आप को शोषित अनुभव न करें। अपनी योग्यता बढ़ाने की कोशिश करें। छोटी सी बात पर किसी से संबंध खराब न करें। दैनिक व्यापार में नीति-पालन की दर बढ़ाने की चेष्टा करें। नौकरी करते हैं तो आस-पास चल रही गतिविधि पर पूरा ध्यान रखें।