यह राशिफल जन्मकालीन चंद्रराशि पर आधारित है। जिनकी जन्मकालीन राशि ज्ञात नहीं है वे नाम राशि के आधार पर पढ़ सकते हैं।

मेष - यह सप्ताह बड़ी घटनाओं को सहज रूप में लेने का है, जिससे स्वभाव में असंतुलन उत्पन्न न हो। भाग्य वृद्धि के कार्यावसर आ रहे हैं, उनमें कम लाभ की प्राप्ति होने के बावजूद काम करना होगा। सप्ताह आरम्भ में राशि से दशम चंद्र की युति शनि से हैं और राशि स्वामी मंगल वक्री हैं व शत्रु नवांश में हैं। स्वाभाविक नैराष्य आपके लिए हानिकारक हो सकता है, जितना सकारात्मक सोचेंगे उतना अच्छा होगा। यह सप्ताह परिणामदायी है परंतु सहयोगियों व साझेदारों को जोड़े रखना बड़ी चुनौती है, बहुत प्रयास करने पर भी कोई एक व्यावसायिक संबंध खट्टा हो सकता है। सप्ताहांत में जब मंगल उच्च नवांश में रहेंगे बहुत कुछ अच्छा होगा। कोई सहयोगी प्रतिद्वंदी या प्रतियोगी से मिलकर थोड़ी परेशानी उत्पन्न करेगा परंतु आप अव्यवस्था को सम्भाल लेंगे। अपनी मशीनों या यंत्रों पर खर्चा करेंगे। सप्ताह मध्य में धन प्राप्ति होगी परंतु उसे आप तत्काल खर्च कर देंगे। नौकरी करते हैं तो परिश्रम की अधिकता रहेगी। वरीष्ठ लोगों का सहयोग रहेगा, लेकिन घरेलू उलझनें थोड़ी परेशान करेंगी।

वृषभ - यह सप्ताह धैर्यपूर्वक अपनी सामथ्र्य के आधार पर बड़ी चुनौतियों का सामना कराने वाला होगा। आपकी राशि  के स्वामी शुक्र अब नीच राशि में हैं और मारक मंगल से दृष्ट  हैं, यह तो मानकर चलें कि व्यावसायिक या पारिवारिक कोई भी कार्य हो, राह आसान नहीं होगी। भाग्येश शनि अति अनुकूल हैं, इसलिए हिम्मत से काम लिया तो असम्भव भी सम्भव हो जाएगा। यह सप्ताह कार्यावसर की अधिकता के साथ श्रम की वृद्धि प्रकट कर रहा है। एक से अधिक योजना पर काम करेंगे। लाभ की मात्रा सीमित ही होगी। राशि से ग्यारहवें मंगल वक्री हैं और एक-दो जगह ऐसा भी होगा कि आपका भुगतान एक बार में न आकर दो या तीन भागों में मिले तो भी चिंता न करें। निजी पारिवारिक सुख और इच्छापूर्ति की अपेक्षा संतानों के बारे में ज्यादा सोचेेंगे और खर्चा भी करेंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में आराम मिलेगा। कोई रुठा हुआ साझेदार आपकी बात मानेगा और आपका कुछ भुगतान भी करेगा। नौकरी करते हैं तो समय उत्तम है। आप अपने हित की बात और प्रयास कर सकते हैं। प्रेम संबंधों में नजदीकी बढ़ेगी परंतु कुछ तकरार भी सम्भव है।

मिथुन - यह सप्ताह अत्यधिक घटना प्रधान है। यह कामना न  करें कि हर तरफ से अनुकूल परिणाम आएंगे। कुछ नकारात्मक परिस्थिति के लिए स्वयं को मानसिक रूप से तैयार रखें। सप्ताह आरम्भ में चंद्रमा राशि से आठवें रहेंगे, ढैया कारक शनि द्वारा प्रभावित रहेंगे। एक तरफ कार्य की अधिकता व अनेकता रहेगी तो परिश्रम भी बहुत अधिक करना होगा। आप विश्राम की सोचेंगे पर अभी यह नसीब नहीं होगा। आपके राशि स्वामी बुध वक्री हैं और अस्त भी चल रहे हैं परंतु राशि से गुरु, शनि, शुक्र व मंगल की अनुकूलता से कुछ काम बनेंगे। मानसिक उद्वेग व चिंता का जोर न बढ़े, इसके लिए स्पष्टवादी होना होगा और यथार्थ स्थिति के अनुरूप कार्यप्रणाली रखनी होगी। सप्ताह मध्य से चंद्र अनुकूल होंगे तब चिंताओं का समाधान होगा, कुछ आक्षेप भी आएंगे। आपकी कार्यप्रणाली में खोट बताए जाएंगे, लेकिन आपको संतोष करना होगा कि जो आपने किया वही तात्कालिक रूप से उचित था। सप्ताह के आखिरी दिनों में धन प्राप्ति होगी, बड़ा भुगतान भी करेंगे। इस समय स्वास्थ्य भी बड़ा कारण होगा पर अभी आप इसे नरजंदाज करेंगे। बृहस्पति रक्षात्मक हैं और कोई गलती क्षम्य हो जाएगी। नौकरीपेशा वर्ग कार्यक्षेत्र में व परिवार में असंतुलन से व्यथित होंगे। यदि क्रोध व आवेश को नियंत्रित कर परिजनों के अनुसार कोई खर्चा कर देंगे तो शांति प्राप्त करेंगे।

कर्क - यह सप्ताह उलझी हुई परिस्थितियों व नए कार्यावसरों में जोड़-तोड़ और तिकड़म से काम निकालने का है। यदि स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न रखी तो समय का लाभ पर्याप्त ले सकेंगे। केवल व्यक्तिगत परिश्रम से ही आप परिस्थितियों को अनुकूल बना सकते हैं। किसी वरीष्ठ परिजन से आर्थिक मदद मिलने की सम्भावना है। कार्य-व्यवसाय या किसी टेण्डर की प्राप्ति अथवा विक्रय विस्तार हेतु यात्राओं की अधिकता रहेगी। इस सप्ताह राशि स्वामी चंद्रमा पाप कर्तरि में शनि व मंगल के मध्य व युति में रहेंगे। अपनी साख और व्यापार बढ़ाने के लिए साझदारों व सहयोगियों को विश्वास में लेना होगा और उनको आश्वस्त करना होगा। घर-परिवार में असामंजस्य और अशांति को साधना अभी आपके वश में नहीं, सो वहां अधिक ध्यान न देकर मौन व तटस्थ रहे और व्यापार पर अधिक ध्यान दें। किसी स्वास्थ्य संबंधी व आर्थिक कारण से कार्यक्षमता की वृद्धि न हो सकेगी, लेकिन बाहरी लोगों से अपना काम करवा लेना उचित रहेगा। व्यावसायिक देनदारियों का असर व्यक्तिगत जीवन में भी देखने को मिलेगा। आप प्रयास करें कि संतुलन बना रहे अन्यथा दिक्कत आएगी। नौकरी करते हैं तो समय ठीक है और आपको वरीष्ठ लोगों से सलाह व नसीहत मिलेगी।

सिंह - यह सप्ताह व्यावसायिक व पारिवारिक दोनों स्थानों पर आर्थिक संतुलन स्थापित करने का है। यह ध्यान रखें कि अभी आपकी आय सीमित रहेगी, कोई लॉटरी लगने की सम्भावना नहीं, इसलिए खर्च के मामले में हाथ सख्त रखें। यदि कोई कर्ज का मामला कलह के स्तर पर है तो कुछ भी बेचकर या व्यवस्था कर उस मामले को सुलझा लें। आपकी राशि स्वामी सूर्य अभी नीच राशि में हैं और दशमेश शुक्र भी नीच राशि में हैं। व्यवसाय की गति सामान्य रहेगी। किसी के झूठे प्रलोभन में उलझकर कोई जोखिम न लें। कोई अपनी समस्या आप पर उतार सकता है अर्थात् किसी के द्वारा व्यावसायिक प्रोजेक्ट अधूरी स्थिति में अपने हाथ में न लेें। भूमि-भवन का क्रय-विक्रय का अभी उचित समय नहीं। अपनी पद-प्रतिष्ठा का प्रयास या अटकी हुई अर्जी पर जोर लगा सकते हैं। अतिरिक्त आर्थिक प्रयास भी कर लेना बेहतर होगा। राशि से दूसरे शुक्र पर मंगल का दृष्टि प्रभाव है। व्यावसायिक मीटिंग में बड़बोलेपन से परहेज रखें, कोई आपकी कही बात पर आपको मात दे सकता है। आपकी राशि से छठे व आठवें पाप ग्रह हैं और सप्तम पर पाप कर्तरि बनी है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की या उनके तीखे स्वभाव के कारण चिंता हो सकती है। कुछ ऐसा करेंगे जो आपके व्यक्तिगत स्वभाव के विपरीत होगा। नौकरी में हर कागज को पढ़कर ही हस्ताक्षर करने का समय है। लोभ में आकर कोई नीति विरुद्ध हस्ताक्षर करेंगे तो समस्या सामने ही आएगी।

कन्या - यह सप्ताह प्रतिद्वंदी व प्रतिस्पर्धी लोगों को ध्यान में रखकर योजना निर्माण व समयबद्ध क्रियान्वयन का है। आर्थिक विषमता व बाहरी प्रबंध से युत इस समय को धैर्य के साथ पार करें और विश्वास रखें कि आगे समय अच्छा है। इस समय क्रोध के अतिरेक में विवेक शून्यता न हो जाए और गलत निर्णय न कर बैठे, इसका ध्यान रखें। आपको दैनिक रूप से ध्यान और प्राणायाम आदि का सहारा अवश्य लेना चाहिए। आपकी राशि के स्वामी बुध अस्त हैं, वक्री हैं लेकिन भाग्येश शुक्र अनुकूल हो गए हैं, इसलिए लाभ का नया व बाहरी आमंत्रण व अवसर मिलेगा। विवादित मामलों के निपटारे की ओर बढ़ेंगे और कानून की मदद लेंगे। कार्य-व्यवसाय में नया उपक्रम या संसाधन के प्रयोग की व्यवस्था करेंगे। राशि से सातवें मंगल अभी शुभ नहीं और वे जीवनसाथी को कष्टकारक है। उनके प्रति आपकी लापरवाही देखने को मिलेगी। सप्ताह के अंत में परिस्थितियाँ विपरीत हो सकती हैं। यह समय राजनैतिक लोगों से और सामाजिक प्रतिष्ठित लोगों से मदद मांगने का है। राशि में चौथे बृहस्पति व पांचवें शनि वरीष्ठ लोगों से सलाह व मदद लेने का है। आपको अपना काम निकालने हेतु किसी की झूठी प्रसंशा भी करनी होगी।

तुला - यह सप्ताह कलहकारक और विवादित परिस्थितियों से बचकर चलने का है। इस समय हाथ जोड़कर चलने का समय है। कार्य प्रणाली में विशेष ध्यान रखे कि कोई कानूनी गलती न हो। किसी पारिवारिक सम्पत्ति या कार्यक्रम को लेकर मतभेद उत्पन्न होंगे, आपको सहमति ही देनी अभी उचित है। सप्ताहांत में कोई शत्रु विवाद उत्पन्न हो सकता है। कर्ज संबंधी कोई चिंताजनक वार्ता सम्भावित है। सादगी व सरलता और सहजता से काम लें। अपनी कागजी व्यवस्था को शुद्ध रखें, किसी विशेषज्ञ से सलाह लें अन्यथा सरकारी आपत्ति का सामना कर सकते हैं। बड़ा भुगतान इस समय करना होगा। देव कृपा से आपकी रक्षा हो सकती है। अपना पूजा-पाठ का समय बढ़ाना होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी परंतु इसके लिए बहुत जोखिम लेना पड़ सकता है। राशि से छठे-आठवें दो ग्रह वक्री हैं, कोई भी मार्ग आसान नहीं। किसी भी प्रकार के छल-प्रपंच से दूर रहे, यह हानिकारक हो सकते हैं। अपनी कही बात की पालना करना आपके लिए इस समय परम आवश्यक है। कठिनता रहेगी परंतु फिर भी झूठ बोलने से परहेज रखें। नौकरी पेशा वर्ग को उलाहना सुनना होगा कि वे समय पर काम नहीं कर रहे हैं व अन्य समस्याओं में उलझे हुए हैं। पारिवारिक मामलों में इतना न उलझें कि आजीविका पर संकट आ जावे।

वृश्चिक - यह सप्ताह शक्तिशाली है और कार्य-साधन हेतु हर तरह के खर्चे व सम्पर्क का प्रयोग करने हेतु तैयारी रखें। राशि स्वामी मंगल पंचम में वक्री हैं व उच्च नवांश की ओर जा रहे हैं। पद-प्रतिष्ठा बढऩे का समय है। तीसरे शनि भी अनुकूल हैं और सहयोग में वृद्धि करेंगे। गुरु का दशम व अष्टम पर दृष्टि प्रभाव बड़े परिणामों की ओर संकेत दे रहा है। किसी भी घटना से मानसिक उच्चाटन अत्यधिक न बढ़े इसके लिए मंत्र-जाप करते रहें, यह सप्ताह फलदायी है। कर्ज के पुनर्भुगतान में आसानी होगी। इस सप्ताह चंद्रमा आपकी राशि से तीसरे, चौथे, पांचवें व छठे रहेंगे। विविध घटनाक्रमों का आगमन होगा। आपको हर जगह निगाह रखनी होगी। किसी पर अंधविश्वास करने की गलती न करें। छोटी-छोटी यात्राओं की अधिकता है, अपार खर्चा व नई आमदनी भी होगी जो तत्काल खर्च हो जाएगी। किसी जरूरी काम हेतु तात्कालिक आर्थिक कर्ज अल्पावधि के लिए ले सकते हैं। पूजा-पाठ, सुमिरन करते रहें, ईश्वर इच्छा सर्वोपरि व सुखदायी है, यह भरोसा रखें। नौकरी करते हैं तो वरीष्ठजनों की इच्छानुरूप कार्यप्रणाली रखें। अधिक श्रम करें, तभी नजदीकी का लाभ मिलेगा। स्वभाविक उतावलापन अभी आपके लिए उचित नहीं। अपने रक्तचाप का ध्यान रखें।

धनु - यह सप्ताह कई समस्याओं का समाधान लेकर आ रहा है। आप तेज गति से निर्णय लेंगे। अधिकांश ग्रह अनुकूल हैं। राशि के स्वामी गुरु राशि में हैं और मित्र नवांश में हैं। अपने व्यक्तिगत सम्पर्कों का लाभ लेना होगा। संसाधन बढ़ाने का उचित समय है। रुका हुआ पैसा हाथ में आएगा। नए कार्यावसर हाथ में आएंगे। एक कर्ज को उतारने हेतु कोई नया कर्ज लेंगे या सम्पत्ति का विक्रय करने पर विचार करेंगे। घरेलू विवादों का समाधान कर सकेंगे। इस सप्ताह ठण्डे दिमाग से योजना बनाकर दृढ़ता से लक्ष्य पर काम करें। लक्ष्य से भटकाव व समय की मर्यादा का उल्लंघन हानिकारक हो सकता है। व्यावसायिक सौदों में ज्यादा मोलभाव न करके जो लाभ मिला उसे प्राप्त करने में ही फायदा है। परिस्थितिवश त्वरित निर्णय करना और जोखिम उठाने की कोशिश करेंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा और वे कोई नया मार्ग अपनाने व बताने का प्रयास करेंगे। छठे राहु की युति सप्ताहांत में किसी शत्रु द्वारा छल-प्रपंच की सूचना दे रहे हैं, आपको सावधान रहना चाहिए। नौकरी करने वाले लोग अपनी कार्यशैली में नवीनता व रचनात्मकता लाकर अपनी अहमियत को बढ़ा सकते हैं।

मकर - इस सप्ताह आशा-निराशा के बीच उच्चकोटि के प्रबंध कौशल की आवश्यकता रहेगी। आपकी राशि के स्वामी अभी वर्गोत्तम चल रहे हैं। अपनी क्षमता व सामथ्र्य को बढ़ाने के लिए संसाधन वृद्धि पर विचार करेंगे, नए सहयोगी जोड़ेंगे। यह सप्ताह लाभकारी है। धर्म-कर्म पर खर्चा करेंगे। साझेदारों से अनुकूल वार्ता होगी, उनकी मदद से नए व्यापारी भी सहयोगी बनेंगे। सरकारी नियमों की अनदेखी न हो इसका ध्यान रखें। कोई सरकारी मित्र आपके साथ धोखा कर सकता है, इसलिए अपना पूरा राज न खोलें। राशि से तीसरे मंगल पर शनि की दृष्टि है, इसलिए जिन मित्रों का आपने सहयोग किया, उन पर अधिक आशा न करें, अपने दम पर काम करें। राशि से अष्टमेश सूर्य दशम में हैं और काम-काज व आजीविका में अड़चनों की सूचना दे रहे हैं। शुक्र नीच राशि में हैं और पद-प्रतिष्ठा या मान-सम्मान की परवाह किए बिना नीतिगत कौशल अपनाना हितकारी होगा। नौकरी कर रहे लोगों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

कुंभ - यह सप्ताह अपने कार्य विस्तार और व्यवसाय के विस्तार हेतु उत्तम योजनाबद्ध क्रियान्वयन का है। अपने चिर-परिचत लोगों से काम निकालना कठिन होगा और नई कार्ययोजना आपको बनानी होगी। कार्य में गति बढ़ेगी परंतु भाग्य स्थान में सूर्य नीच राशि में व बुध वक्री हैं तो कुछ अड़चनें बनी रहेंगी। बड़े लाभकारी अवसरों की प्रतीक्षा करनी होगी। व्यावसायिक यात्रा होंगी और अनुकूल आश्वासन मिलेंगे। सप्ताह के अंत में लाभ होगा। अटका हुआ पैसा आएगा। सप्ताह मध्य में स्वयं की सामथ्र्य व क्षमता और संसाधनों को मजबूत करेंगे। राशि के स्वामी शनि बारहवें हैं परंतु वर्गोत्तम हैं, खर्चा तो होगा परंतु भविष्य में लाभकारी सिद्ध होगा। अपनी वाणी में अहंकार का रस न बढ़े, इसका ध्यान रखें, वरना कोई संबंध की खटास आपकी बाधा बन सकती है। भाग्येश का अष्टमेश के साथ स्थान परिवर्तन बाधाओं के साथ सफलता का संकेत है। नौकरी करने वाले लोगों को कार्यप्रणाली में तत्परता लानी होगी, तभी प्रतिष्ठा को कायम रख सकेंगे।

मीन- इस सप्ताह एक साथ एक से अधिक कार्यों को साधना होगा। लाभ का प्रतिशत और मात्रा बढ़ेगी। साहस और हिम्मत में वृद्धि होगी। सफलता प्राप्त होने से उत्साह बढ़ेगा। घर-परिवार की सार-सम्भाल पर खर्चा करेंगे। जीवनसाथी कोई बड़ी मांग भी कर सकते हैं। व्यापार में वृद्धि होगी। बाहर से व्यापार करने वालों को ऑर्डर अधिक मिलेंगे। कर्मचारियों को अतिरिक्त भुगतान करेंगे और कार्य सम्पादन कराएंगे। आठवें सूर्य नीच राशि में हैं और कोई पुरानी भूल या गलती का हर्जाना भरना पड़ेगा। अपनी कार्यप्रणाली का पुनर्मूल्यांकन करना होगा। कानूनी सलाहकारों की मदद लेनी पड़ सकती है। राशि में मंगल वक्री हैं और सातवें शुक्र नीच राशि में हैं। उन लोगों की पहचान करेंगे जो मीठी छुरी हैं, 'देखने में मीठेे लगे पर घाव करे गम्भीरÓ और उनसे सावधान रहें। शारीरिक थकान को हावी न होने दें, इसके लिए सुख-सुविधा को ज्यादा इस्तेमाल करें। अपने सम्पूर्ण बुद्धि-कौशल व आर्थिक सामथ्र्य को बढ़ाने का समय है। ऐसा करेंगे तो विजयी हो सकते हैं। नौकरी करने वाले कार्य में लापरवाही न करें, अन्यथा समस्या आ सकती है।

साप्ताहिक राशिफल - पं. अशोक दीक्षित

दिनांक - 25 से 31 अक्टूबर, 2020

यह राशिफल जन्मकालीन चंद्रराशि पर आधारित है। जिनकी जन्मकालीन राशि ज्ञात नहीं है वे नाम राशि के आधार पर पढ़ सकते हैं।

मेष - यह सप्ताह बड़ी घटनाओं को सहज रूप में लेने का है, जिससे स्वभाव में असंतुलन उत्पन्न न हो। भाग्य वृद्धि के कार्यावसर आ रहे हैं, उनमें कम लाभ की प्राप्ति होने के बावजूद काम करना होगा। सप्ताह आरम्भ में राशि से दशम चंद्र की युति शनि से हैं और राशि स्वामी मंगल वक्री हैं व शत्रु नवांश में हैं। स्वाभाविक नैराष्य आपके लिए हानिकारक हो सकता है, जितना सकारात्मक सोचेंगे उतना अच्छा होगा। यह सप्ताह परिणामदायी है परंतु सहयोगियों व साझेदारों को जोड़े रखना बड़ी चुनौती है, बहुत प्रयास करने पर भी कोई एक व्यावसायिक संबंध खट्टा हो सकता है। सप्ताहांत में जब मंगल उच्च नवांश में रहेंगे बहुत कुछ अच्छा होगा। कोई सहयोगी प्रतिद्वंदी या प्रतियोगी से मिलकर थोड़ी परेशानी उत्पन्न करेगा परंतु आप अव्यवस्था को सम्भाल लेंगे। अपनी मशीनों या यंत्रों पर खर्चा करेंगे। सप्ताह मध्य में धन प्राप्ति होगी परंतु उसे आप तत्काल खर्च कर देंगे। नौकरी करते हैं तो परिश्रम की अधिकता रहेगी। वरीष्ठ लोगों का सहयोग रहेगा, लेकिन घरेलू उलझनें थोड़ी परेशान करेंगी।

वृषभ - यह सप्ताह धैर्यपूर्वक अपनी सामथ्र्य के आधार पर बड़ी चुनौतियों का सामना कराने वाला होगा। आपकी राशि  के स्वामी शुक्र अब नीच राशि में हैं और मारक मंगल से दृष्ट  हैं, यह तो मानकर चलें कि व्यावसायिक या पारिवारिक कोई भी कार्य हो, राह आसान नहीं होगी। भाग्येश शनि अति अनुकूल हैं, इसलिए हिम्मत से काम लिया तो असम्भव भी सम्भव हो जाएगा। यह सप्ताह कार्यावसर की अधिकता के साथ श्रम की वृद्धि प्रकट कर रहा है। एक से अधिक योजना पर काम करेंगे। लाभ की मात्रा सीमित ही होगी। राशि से ग्यारहवें मंगल वक्री हैं और एक-दो जगह ऐसा भी होगा कि आपका भुगतान एक बार में न आकर दो या तीन भागों में मिले तो भी चिंता न करें। निजी पारिवारिक सुख और इच्छापूर्ति की अपेक्षा संतानों के बारे में ज्यादा सोचेेंगे और खर्चा भी करेंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में आराम मिलेगा। कोई रुठा हुआ साझेदार आपकी बात मानेगा और आपका कुछ भुगतान भी करेगा। नौकरी करते हैं तो समय उत्तम है। आप अपने हित की बात और प्रयास कर सकते हैं। प्रेम संबंधों में नजदीकी बढ़ेगी परंतु कुछ तकरार भी सम्भव है।

मिथुन - यह सप्ताह अत्यधिक घटना प्रधान है। यह कामना न  करें कि हर तरफ से अनुकूल परिणाम आएंगे। कुछ नकारात्मक परिस्थिति के लिए स्वयं को मानसिक रूप से तैयार रखें। सप्ताह आरम्भ में चंद्रमा राशि से आठवें रहेंगे, ढैया कारक शनि द्वारा प्रभावित रहेंगे। एक तरफ कार्य की अधिकता व अनेकता रहेगी तो परिश्रम भी बहुत अधिक करना होगा। आप विश्राम की सोचेंगे पर अभी यह नसीब नहीं होगा। आपके राशि स्वामी बुध वक्री हैं और अस्त भी चल रहे हैं परंतु राशि से गुरु, शनि, शुक्र व मंगल की अनुकूलता से कुछ काम बनेंगे। मानसिक उद्वेग व चिंता का जोर न बढ़े, इसके लिए स्पष्टवादी होना होगा और यथार्थ स्थिति के अनुरूप कार्यप्रणाली रखनी होगी। सप्ताह मध्य से चंद्र अनुकूल होंगे तब चिंताओं का समाधान होगा, कुछ आक्षेप भी आएंगे। आपकी कार्यप्रणाली में खोट बताए जाएंगे, लेकिन आपको संतोष करना होगा कि जो आपने किया वही तात्कालिक रूप से उचित था। सप्ताह के आखिरी दिनों में धन प्राप्ति होगी, बड़ा भुगतान भी करेंगे। इस समय स्वास्थ्य भी बड़ा कारण होगा पर अभी आप इसे नरजंदाज करेंगे। बृहस्पति रक्षात्मक हैं और कोई गलती क्षम्य हो जाएगी। नौकरीपेशा वर्ग कार्यक्षेत्र में व परिवार में असंतुलन से व्यथित होंगे। यदि क्रोध व आवेश को नियंत्रित कर परिजनों के अनुसार कोई खर्चा कर देंगे तो शांति प्राप्त करेंगे।

कर्क - यह सप्ताह उलझी हुई परिस्थितियों व नए कार्यावसरों में जोड़-तोड़ और तिकड़म से काम निकालने का है। यदि स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न रखी तो समय का लाभ पर्याप्त ले सकेंगे। केवल व्यक्तिगत परिश्रम से ही आप परिस्थितियों को अनुकूल बना सकते हैं। किसी वरीष्ठ परिजन से आर्थिक मदद मिलने की सम्भावना है। कार्य-व्यवसाय या किसी टेण्डर की प्राप्ति अथवा विक्रय विस्तार हेतु यात्राओं की अधिकता रहेगी। इस सप्ताह राशि स्वामी चंद्रमा पाप कर्तरि में शनि व मंगल के मध्य व युति में रहेंगे। अपनी साख और व्यापार बढ़ाने के लिए साझदारों व सहयोगियों को विश्वास में लेना होगा और उनको आश्वस्त करना होगा। घर-परिवार में असामंजस्य और अशांति को साधना अभी आपके वश में नहीं, सो वहां अधिक ध्यान न देकर मौन व तटस्थ रहे और व्यापार पर अधिक ध्यान दें। किसी स्वास्थ्य संबंधी व आर्थिक कारण से कार्यक्षमता की वृद्धि न हो सकेगी, लेकिन बाहरी लोगों से अपना काम करवा लेना उचित रहेगा। व्यावसायिक देनदारियों का असर व्यक्तिगत जीवन में भी देखने को मिलेगा। आप प्रयास करें कि संतुलन बना रहे अन्यथा दिक्कत आएगी। नौकरी करते हैं तो समय ठीक है और आपको वरीष्ठ लोगों से सलाह व नसीहत मिलेगी।

सिंह - यह सप्ताह व्यावसायिक व पारिवारिक दोनों स्थानों पर आर्थिक संतुलन स्थापित करने का है। यह ध्यान रखें कि अभी आपकी आय सीमित रहेगी, कोई लॉटरी लगने की सम्भावना नहीं, इसलिए खर्च के मामले में हाथ सख्त रखें। यदि कोई कर्ज का मामला कलह के स्तर पर है तो कुछ भी बेचकर या व्यवस्था कर उस मामले को सुलझा लें। आपकी राशि स्वामी सूर्य अभी नीच राशि में हैं और दशमेश शुक्र भी नीच राशि में हैं। व्यवसाय की गति सामान्य रहेगी। किसी के झूठे प्रलोभन में उलझकर कोई जोखिम न लें। कोई अपनी समस्या आप पर उतार सकता है अर्थात् किसी के द्वारा व्यावसायिक प्रोजेक्ट अधूरी स्थिति में अपने हाथ में न लेें। भूमि-भवन का क्रय-विक्रय का अभी उचित समय नहीं। अपनी पद-प्रतिष्ठा का प्रयास या अटकी हुई अर्जी पर जोर लगा सकते हैं। अतिरिक्त आर्थिक प्रयास भी कर लेना बेहतर होगा। राशि से दूसरे शुक्र पर मंगल का दृष्टि प्रभाव है। व्यावसायिक मीटिंग में बड़बोलेपन से परहेज रखें, कोई आपकी कही बात पर आपको मात दे सकता है। आपकी राशि से छठे व आठवें पाप ग्रह हैं और सप्तम पर पाप कर्तरि बनी है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की या उनके तीखे स्वभाव के कारण चिंता हो सकती है। कुछ ऐसा करेंगे जो आपके व्यक्तिगत स्वभाव के विपरीत होगा। नौकरी में हर कागज को पढ़कर ही हस्ताक्षर करने का समय है। लोभ में आकर कोई नीति विरुद्ध हस्ताक्षर करेंगे तो समस्या सामने ही आएगी।

कन्या - यह सप्ताह प्रतिद्वंदी व प्रतिस्पर्धी लोगों को ध्यान में रखकर योजना निर्माण व समयबद्ध क्रियान्वयन का है। आर्थिक विषमता व बाहरी प्रबंध से युत इस समय को धैर्य के साथ पार करें और विश्वास रखें कि आगे समय अच्छा है। इस समय क्रोध के अतिरेक में विवेक शून्यता न हो जाए और गलत निर्णय न कर बैठे, इसका ध्यान रखें। आपको दैनिक रूप से ध्यान और प्राणायाम आदि का सहारा अवश्य लेना चाहिए। आपकी राशि के स्वामी बुध अस्त हैं, वक्री हैं लेकिन भाग्येश शुक्र अनुकूल हो गए हैं, इसलिए लाभ का नया व बाहरी आमंत्रण व अवसर मिलेगा। विवादित मामलों के निपटारे की ओर बढ़ेंगे और कानून की मदद लेंगे। कार्य-व्यवसाय में नया उपक्रम या संसाधन के प्रयोग की व्यवस्था करेंगे। राशि से सातवें मंगल अभी शुभ नहीं और वे जीवनसाथी को कष्टकारक है। उनके प्रति आपकी लापरवाही देखने को मिलेगी। सप्ताह के अंत में परिस्थितियाँ विपरीत हो सकती हैं। यह समय राजनैतिक लोगों से और सामाजिक प्रतिष्ठित लोगों से मदद मांगने का है। राशि में चौथे बृहस्पति व पांचवें शनि वरीष्ठ लोगों से सलाह व मदद लेने का है। आपको अपना काम निकालने हेतु किसी की झूठी प्रसंशा भी करनी होगी।

तुला - यह सप्ताह कलहकारक और विवादित परिस्थितियों से बचकर चलने का है। इस समय हाथ जोड़कर चलने का समय है। कार्य प्रणाली में विशेष ध्यान रखे कि कोई कानूनी गलती न हो। किसी पारिवारिक सम्पत्ति या कार्यक्रम को लेकर मतभेद उत्पन्न होंगे, आपको सहमति ही देनी अभी उचित है। सप्ताहांत में कोई शत्रु विवाद उत्पन्न हो सकता है। कर्ज संबंधी कोई चिंताजनक वार्ता सम्भावित है। सादगी व सरलता और सहजता से काम लें। अपनी कागजी व्यवस्था को शुद्ध रखें, किसी विशेषज्ञ से सलाह लें अन्यथा सरकारी आपत्ति का सामना कर सकते हैं। बड़ा भुगतान इस समय करना होगा। देव कृपा से आपकी रक्षा हो सकती है। अपना पूजा-पाठ का समय बढ़ाना होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी परंतु इसके लिए बहुत जोखिम लेना पड़ सकता है। राशि से छठे-आठवें दो ग्रह वक्री हैं, कोई भी मार्ग आसान नहीं। किसी भी प्रकार के छल-प्रपंच से दूर रहे, यह हानिकारक हो सकते हैं। अपनी कही बात की पालना करना आपके लिए इस समय परम आवश्यक है। कठिनता रहेगी परंतु फिर भी झूठ बोलने से परहेज रखें। नौकरी पेशा वर्ग को उलाहना सुनना होगा कि वे समय पर काम नहीं कर रहे हैं व अन्य समस्याओं में उलझे हुए हैं। पारिवारिक मामलों में इतना न उलझें कि आजीविका पर संकट आ जावे।

वृश्चिक - यह सप्ताह शक्तिशाली है और कार्य-साधन हेतु हर तरह के खर्चे व सम्पर्क का प्रयोग करने हेतु तैयारी रखें। राशि स्वामी मंगल पंचम में वक्री हैं व उच्च नवांश की ओर जा रहे हैं। पद-प्रतिष्ठा बढऩे का समय है। तीसरे शनि भी अनुकूल हैं और सहयोग में वृद्धि करेंगे। गुरु का दशम व अष्टम पर दृष्टि प्रभाव बड़े परिणामों की ओर संकेत दे रहा है। किसी भी घटना से मानसिक उच्चाटन अत्यधिक न बढ़े इसके लिए मंत्र-जाप करते रहें, यह सप्ताह फलदायी है। कर्ज के पुनर्भुगतान में आसानी होगी। इस सप्ताह चंद्रमा आपकी राशि से तीसरे, चौथे, पांचवें व छठे रहेंगे। विविध घटनाक्रमों का आगमन होगा। आपको हर जगह निगाह रखनी होगी। किसी पर अंधविश्वास करने की गलती न करें। छोटी-छोटी यात्राओं की अधिकता है, अपार खर्चा व नई आमदनी भी होगी जो तत्काल खर्च हो जाएगी। किसी जरूरी काम हेतु तात्कालिक आर्थिक कर्ज अल्पावधि के लिए ले सकते हैं। पूजा-पाठ, सुमिरन करते रहें, ईश्वर इच्छा सर्वोपरि व सुखदायी है, यह भरोसा रखें। नौकरी करते हैं तो वरीष्ठजनों की इच्छानुरूप कार्यप्रणाली रखें। अधिक श्रम करें, तभी नजदीकी का लाभ मिलेगा। स्वभाविक उतावलापन अभी आपके लिए उचित नहीं। अपने रक्तचाप का ध्यान रखें।

धनु - यह सप्ताह कई समस्याओं का समाधान लेकर आ रहा है। आप तेज गति से निर्णय लेंगे। अधिकांश ग्रह अनुकूल हैं। राशि के स्वामी गुरु राशि में हैं और मित्र नवांश में हैं। अपने व्यक्तिगत सम्पर्कों का लाभ लेना होगा। संसाधन बढ़ाने का उचित समय है। रुका हुआ पैसा हाथ में आएगा। नए कार्यावसर हाथ में आएंगे। एक कर्ज को उतारने हेतु कोई नया कर्ज लेंगे या सम्पत्ति का विक्रय करने पर विचार करेंगे। घरेलू विवादों का समाधान कर सकेंगे। इस सप्ताह ठण्डे दिमाग से योजना बनाकर दृढ़ता से लक्ष्य पर काम करें। लक्ष्य से भटकाव व समय की मर्यादा का उल्लंघन हानिकारक हो सकता है। व्यावसायिक सौदों में ज्यादा मोलभाव न करके जो लाभ मिला उसे प्राप्त करने में ही फायदा है। परिस्थितिवश त्वरित निर्णय करना और जोखिम उठाने की कोशिश करेंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा और वे कोई नया मार्ग अपनाने व बताने का प्रयास करेंगे। छठे राहु की युति सप्ताहांत में किसी शत्रु द्वारा छल-प्रपंच की सूचना दे रहे हैं, आपको सावधान रहना चाहिए। नौकरी करने वाले लोग अपनी कार्यशैली में नवीनता व रचनात्मकता लाकर अपनी अहमियत को बढ़ा सकते हैं।

मकर - इस सप्ताह आशा-निराशा के बीच उच्चकोटि के प्रबंध कौशल की आवश्यकता रहेगी। आपकी राशि के स्वामी अभी वर्गोत्तम चल रहे हैं। अपनी क्षमता व सामथ्र्य को बढ़ाने के लिए संसाधन वृद्धि पर विचार करेंगे, नए सहयोगी जोड़ेंगे। यह सप्ताह लाभकारी है। धर्म-कर्म पर खर्चा करेंगे। साझेदारों से अनुकूल वार्ता होगी, उनकी मदद से नए व्यापारी भी सहयोगी बनेंगे। सरकारी नियमों की अनदेखी न हो इसका ध्यान रखें। कोई सरकारी मित्र आपके साथ धोखा कर सकता है, इसलिए अपना पूरा राज न खोलें। राशि से तीसरे मंगल पर शनि की दृष्टि है, इसलिए जिन मित्रों का आपने सहयोग किया, उन पर अधिक आशा न करें, अपने दम पर काम करें। राशि से अष्टमेश सूर्य दशम में हैं और काम-काज व आजीविका में अड़चनों की सूचना दे रहे हैं। शुक्र नीच राशि में हैं और पद-प्रतिष्ठा या मान-सम्मान की परवाह किए बिना नीतिगत कौशल अपनाना हितकारी होगा। नौकरी कर रहे लोगों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

कुंभ - यह सप्ताह अपने कार्य विस्तार और व्यवसाय के विस्तार हेतु उत्तम योजनाबद्ध क्रियान्वयन का है। अपने चिर-परिचत लोगों से काम निकालना कठिन होगा और नई कार्ययोजना आपको बनानी होगी। कार्य में गति बढ़ेगी परंतु भाग्य स्थान में सूर्य नीच राशि में व बुध वक्री हैं तो कुछ अड़चनें बनी रहेंगी। बड़े लाभकारी अवसरों की प्रतीक्षा करनी होगी। व्यावसायिक यात्रा होंगी और अनुकूल आश्वासन मिलेंगे। सप्ताह के अंत में लाभ होगा। अटका हुआ पैसा आएगा। सप्ताह मध्य में स्वयं की सामथ्र्य व क्षमता और संसाधनों को मजबूत करेंगे। राशि के स्वामी शनि बारहवें हैं परंतु वर्गोत्तम हैं, खर्चा तो होगा परंतु भविष्य में लाभकारी सिद्ध होगा। अपनी वाणी में अहंकार का रस न बढ़े, इसका ध्यान रखें, वरना कोई संबंध की खटास आपकी बाधा बन सकती है। भाग्येश का अष्टमेश के साथ स्थान परिवर्तन बाधाओं के साथ सफलता का संकेत है। नौकरी करने वाले लोगों को कार्यप्रणाली में तत्परता लानी होगी, तभी प्रतिष्ठा को कायम रख सकेंगे।

मीन- इस सप्ताह एक साथ एक से अधिक कार्यों को साधना होगा। लाभ का प्रतिशत और मात्रा बढ़ेगी। साहस और हिम्मत में वृद्धि होगी। सफलता प्राप्त होने से उत्साह बढ़ेगा। घर-परिवार की सार-सम्भाल पर खर्चा करेंगे। जीवनसाथी कोई बड़ी मांग भी कर सकते हैं। व्यापार में वृद्धि होगी। बाहर से व्यापार करने वालों को ऑर्डर अधिक मिलेंगे। कर्मचारियों को अतिरिक्त भुगतान करेंगे और कार्य सम्पादन कराएंगे। आठवें सूर्य नीच राशि में हैं और कोई पुरानी भूल या गलती का हर्जाना भरना पड़ेगा। अपनी कार्यप्रणाली का पुनर्मूल्यांकन करना होगा। कानूनी सलाहकारों की मदद लेनी पड़ सकती है। राशि में मंगल वक्री हैं और सातवें शुक्र नीच राशि में हैं। उन लोगों की पहचान करेंगे जो मीठी छुरी हैं, 'देखने में मीठेे लगे पर घाव करे गम्भीरÓ और उनसे सावधान रहें। शारीरिक थकान को हावी न होने दें, इसके लिए सुख-सुविधा को ज्यादा इस्तेमाल करें। अपने सम्पूर्ण बुद्धि-कौशल व आर्थिक सामथ्र्य को बढ़ाने का समय है। ऐसा करेंगे तो विजयी हो सकते हैं। नौकरी करने वाले कार्य में लापरवाही न करें, अन्यथा समस्या आ सकती है।