आजकल के समय में महिलाएं हार्मोन असंतुलित होने से बहुत ज्यादा प्रभावित हो रही हैं। इसकी वजह से महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी बहुत सी समस्याएं सामने आती हैं। हार्मोनल असंतुलन होने से पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOD) की समस्या हो जाती है।

इस अवस्था में महिलाओं के शरीर में फीमेल हॉर्मोन्स कम बनने लगते हैं, जिस कारण पीरियड्स समय पर ना आना, बहुत अधिक दर्द और चिड़चिड़ापन होना, चेहरे और शरीर पर अनचाहे बाल और पिंपल, तेजी से वजन बढ़ना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दुनियाभर में लाखों महिलाएं पीसीओएस की  शिकार हैं। 

पीसीओएस को एक लाइफस्टाइल बीमारी कहा जाता है। इसका सीधा संबंध हमारे जीने के तौर-तरीकों के साथ खानपान से भी है। आमतौर पर जंक फूड खाना, एक्सरसाइज ना करना, कुर्सी पर बैठे-बैठे ही काम करने की वजह से ये समस्या होती है। PCOS हो तो डाइट में चिया सीड्स सहित कुछ बीजों को शामिल करके इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। 

क्या है पीसीओएस: पीसीओएस एक ऐसी स्थिति है जो महिलाओं के शरीर में हार्मोन के स्‍तर को प्रभावित करती है। पीसीओएस से ग्रस्‍त महिलाओं में सामान्‍य से अधिक मात्रा में पुरुष हार्मोनों का उत्‍पादन होने लगता है। हार्मोन में इस असंतुलन के कारण महिलाओं में पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं और इस वजह से उन्‍हें गर्भधारण करने में दिक्‍कत आ सकती है।

चिया सीड्स : चिया सीड्स सेहत के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं। इससे वजन कम करने के अलावा पीसीओएस की समस्या को भी कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें पाए जाने वाला आयरन, ओमेगा 3 फैटी एसिड, कैल्शियम आदि मिनरल्स पीएमएस से लड़ने में मदद करते हैं। इसे आप सलाद के साथ खा सकते हैं  या फिर आप चिया सीड्स को पानी के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं। इसके लिए आपको चिया सीड्स को पानी में  मिलाएं और इसे पी लें। 

सूरजमुखी के बीज :सूरजमुखी के बीज औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं, जिनका सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। इसमें सेलेनियम प्रचुर मात्रा में होता है जो लिवर से हार्मोनों को डिटॉक्स करने में मदद करता है। 

कद्दू के बीज :कद्दू के बीज में फाइबर, जिंक के साथ अधिक मात्रा में मैग्नीशियम मौजूद है। जिसका सेवन करने से हार्मोन्स को परिवर्तित करने में मददगार साबित होता है।