नयी दिल्ली : दिल्ली के तीन जेल परिसरों में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए 60 से ज्यादा कैदियों और 11 कर्मचारियों का इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को इस बारे में बताया।

महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने बताया, ‘‘अब तक कुल 190 कैदी संक्रमित हुए हैं।’’

अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार तक दिल्ली की जेलों के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 78 है। इनमें जेल के 11 कर्मचारी शामिल हैं।

गोयल ने कहा, ‘‘संक्रमण के 190 मामलों में से, 121 कैदी ठीक हो चुके हैं जबकि दो की मौत हो गयी। फिलहाल 67 उपचाराधीन मरीज हैं। जेल के 304 कर्मी अब तक संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 293 कर्मी ठीक हो चुके हैं और 11 का उपचार चल रहा है।’’

उन्होंने कहा कि मंडोली जेल के अधीक्षक और तिहाड़ जेल के दो डॉक्टरों समेत 11 कर्मी संक्रमित हुए हैं।

रोहिणी जेल में संक्रमण का पहला मामला पिछले साल 13 मई को आया था। मंडोली जेल में 15 जून और चार जुलाई को एक-एक कैदी की मौत हो गयी। दोनों कैदी बुजुर्ग थे।

अधिकारियों ने कहा था कि पिछले साल मार्च में महामारी की शुरुआत के बाद से जेल विभाग सतर्क है और कर्मचारियों से साफ-सफाई बनाए रखने तथा उचित दूरी का पालन करने को बार बार कहा गया। जेल परिसरों के भीतर कैदियों में भी जागरूकता फैलायी गयी थी।

महामारी फैलने के बीच पिछले साल जेलों में भीड़-भाड़ कम करने के मकसद से 1184 सजायाफ्ता कैदी और 5500 विचाराधीन कैदी रिहा किए गए थे।

दोषी करार दिए गए कैदियों में 1072 कैदियों ने समर्पण कर दिया और 112 कैदियों ने अब तक समर्पण नहीं किया है। जेल अधिकारियों ने कहा कि 2200 विचाराधीन कैदियों ने समर्पण कर दिया और 3300 कैदियों ने अब तक समर्पण नहीं किया है।

जेल सूत्रों ने कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस के समक्ष समर्पण नहीं करने वाले सजायाफ्ता कैदियों और विचाराधीन कैदियों की सूची साझा की गयी है। कुछ विचाराधीन कैदियों ने अब तक समर्पण नहीं किया और कुछ को शायद नियमित जमानत मिल गयी होगी।’’

इससे पहले जेल अधिकारियों ने कहा था कि मंजूर पैरोल की अवधि बीतने के बाद कैदियों के वापस आने पर स्थिति को संभालना कठिन होगा।

दिल्ली की तिहाड़, रोहिणी और मंडोली जेलों में कुल 18,900 कैदी हैं। हालांकि इनकी क्षमता केवल 10,026 कैदियों की है।

जेलों के भीतर कोविड-19 टीकाकरण अभियान भी चलाया जा रहा हे।