नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद देश में अब तक 75,532 आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) का परिचालन शुरू किया गया है वहीं दिसंबर 2022 तक 1.5 लाख ऐसे केंद्र शुरू करने की योजना है।

आयुष्मान भारत-स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र शुरू किए जाने के तीन साल पूरा होने पर आयोजित एक डिजिटल कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि 13 अप्रैल तक इन केंद्रों में 23.8 करोड़ से अधिक महिलाओं (53.7 प्रतिशत) की देखभाल की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार इस दौरान 44.24 करोड़ से अधिक लोग इन केंद्रों में आए।

मंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य अधिकारियों से आग्रह किया कि वे जहां कहीं भी जाएं तो ऐसे केंद्रों का दौरा करें। इससे उन्हें केंद्रों के कामकाज की जानकारी भी मिलेगी और केद्रों की कमियों को दूर करने में भी मदद मिलेगी।

बयान के अनुसार हर्षवर्धन ने तीन साल पहले (2018 में) उस दिन को याद किया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के जंगला में इस तरह के पहले केंद्र का उद्घाटन किया था।

बीआर आंबेडकर से उनकी जयंती पर प्रेरणा लेते हुए हर्षवर्धन ने कहा, "ये केंद्र उनके (आंबेडकर) दर्शन के करीब हैं, जो हमें सभी को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए समाज में मानवीय गरिमा, समानता और सामाजिक न्याय के हमारे प्रयासों को प्रेरित करता है।’’

इन केंद्रों की भूमिका को स्वास्थ्य प्रणाली के लिए रीढ़ की हड्डी बताते हुए उन्होंने कहा कि "प्रधानमंत्री के पास न केवल एक दृष्टि थी बल्कि इसे जमीन पर भी उतारा" और स्पष्ट किया कि यह कदम स्वास्थ्य को जन आंदोलन के रूप में संस्थागत बनाने में क्यों महत्वपूर्ण साबित होगा।

उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद भारत में अब तक 75,532 केंद्र चालू किए गए हैं और दिसंबर 2022 तक 1.5 लाख केंद्र चालू होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं इस आंदोलन की अगुवाई कर रही हैं क्योंकि अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आशा और एएनएम में महिलाएं शामिल हैं।

हर्षवर्धन ने कहा कि ऐसे केंदों की घर से निकटता और व्यक्तिगत देखभाल के कारण बड़ी संख्या में महिलाएं जांच और इलाज के लिए आगे आयी हैं।