नयी दिल्ली : शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने सोमवार को स्पष्ट किया कि यहां 9वीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को कक्षाओं या परीक्षाओं के लिए स्कूल नहीं बुलाया जाना चाहिए।

दिल्ली सरकार ने पिछले शुक्रवार को यही घोषणा की थी। हालांकि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के शनिवार रात को जारी एक आदेश में इसके विपरीत घोषणा की गयी जिसके बाद विभाग को स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा।

डीओई ने एक आधिकारिक आदेश में कहा, ‘‘स्पष्ट किया जाता है कि कक्षा 9 से 12 के किसी भी छात्र को परीक्षाओं, प्रायोगिक कक्षाओं या अन्य किसी शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक गतिविधि के लिए प्रत्यक्ष रूप से स्कूल नहीं बुलाया जाना चाहिए।’’

राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बाद यह फैसला किया गया।

दिल्ली में रविवार को कोविड-19 के 10,774 मामले सामने आये थे जो शहर में एक दिन में अब तक के सर्वाधिक मामले हैं।

कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्र मई-जून में प्रस्तावित बोर्ड परीक्षाओं को या तो निरस्त करने या ऑनलाइन तरीके से करने की मांग कर रहे हैं।

हालांकि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और भारतीय विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद, दोनों ने ही इस बाबत कोई निर्णय नहीं लिया है।