नयी दिल्ली : भारी उद्योग और लोक उपक्रम मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लि. (भेल) की विभिन्न इकाइयों में ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता सृजित करने को लेकर प्रयास जारी हैं और अब तक कंपनी के संयंत्रों ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से निपटने में मदद के लिये अपने कारखानों से 5 लाख घन मीटर से अधिक चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति की है।

भेल के भोपाल और हरिद्वार स्थित कारखानों ने आसपास के क्षेत्रों में चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति की।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘इसके अलावा कंपनी की अन्य इकाइयों में भी ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता सृजित करने के लिये प्रयास जारी हैं।’’

बयान के अनुसार अप्रैल के मध्य में देश में चिकित्सा ऑक्सीजन की भारी कमी के बीच भेल के हरिद्वार कारखाने ने ऑक्सीजन सिलेंडर भरने की क्षमता सृजित की। उस दौरान 3,000 सिलेंडर प्रतिदिन से अधिक की क्षमता सृजित की गयी।

इस कारखाने से अस्पतालों की जरूरतों को पूरा करने के लिये अब तक करीब 67,000 (3,87,000 घन मीटर से अधिक) चकित्सा ऑक्सीजन सिलेंडर भरे गये।

इसी प्रकार, भेल के भोपाल कारखाने से अब तक विभिन्न अस्पतालों को 1,74,000 घन मीटर ऑक्सीजन (26,000 से अधिक सिलेंडर) की आपूर्ति की गयी है।

कंपनी की हैदराबाद इकाई ने भी 40 साल पुराने ऑक्सीजन संयंत्र को चालू किया है। यह संयंत्र पिछले 12 साल से परिचालन में नहीं था।