नयी दिल्ली : भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के केंद्रीय बैंक लेनदेन की लागत कम करने के मकसद से रुपये और दिरहम में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने पर चर्चा कर रहे हैं।

यूएई में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि स्थानीय मुद्राओं में व्यापार के लिए अवधारणा पत्र का विचार भारत ने रखा था।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि दोनों देशों के केंद्रीय बैंक मानक संचालन प्रक्रियाओं और तौर-तरीकों पर चर्चा करेंगे। इसका उद्देश्य लेनदेन की लागत को कम करना है।

भारत और यूएई ने द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए फरवरी में पहले ही मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर कर दिए थे।

एफटीए का उद्देश्य भारत के साथ-साथ यूएई के कारोबारियों को महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करना है। इसमें बाजार तक पहुंच बढ़ाना और सीमा शुल्क कम करने जैसे उद्देश्य शामिल है।

मुक्त व्यापार समझौते के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार मौजूदा 60 अरब डॉलर से बढ़कर 100 अरब डॉलर पहुंच जाने का अनुमान है।