नयी दिल्ली, 25 जनवरी । भारत और ब्रिटेन ने सभी तरह के आतंकवाद की निंदा की है और दक्षिण एशिया में सीमा पार आतंकवाद सहित इस बुराई से समग्र रूप से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया है।

विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद से निपटने संबंधी भारत-ब्रिटेन संयुक्त कार्यकारी समूह की दो दिवसीय वर्चुअल बैठक में दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध सूची में शामिल आतंकवादियों तथा आतंकी समूहों से व्याप्त खतरों की समीक्षा की।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘इस बात पर जोर दिया गया कि सभी देशों को यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल ठोस कदम उठाने चाहिए कि उनके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का इस्तेमाल किसी दूसरे पर आतंकवादी हमलों के लिए न हो पाए और इस तरह के हमलों के षड्यंत्रकारियों को न्याय के कठघरे में लाया जाए।’’

इसने कहा कि दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र और वित्तीय कार्यबल (एफएटीएफ) जैसे बहुपक्षीय मंचों पर एक-दूसरे का सहयोग करने के साथ ही आतंकवाद से लड़ने के वास्ते आतंकवादियों तथा आतंकी समूहों को शिकस्त देने जैसे मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

बयान में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की ओर स्पष्ट इशारा करते हुए कहा गया, ‘‘भारत और ब्रिटेन ने सभी तरह के आतंकवाद की कड़ी निंदा की और दक्षिण एशिया में सीमा पार आतंकवाद सहित इस वैश्विक बुराई से समग्र रूप से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया।’’

संयुक्त कार्यकारी समूह की 14वीं बैठक 21-22 जनवरी को हुई।