नयी दिल्ली : जागरण समूह के चेयरमैन योगेंद्र मोहन का शुक्रवार को कानपुर में निधन हो गया। मीडिया हाउस ने यह जानकारी दी।

उनका अंतिम संस्कार शनिवार को कानपुर में किया जाएगा।

दैनिक जागरण ने योगेंद्र मोहन के निधन को लेकर अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया। मीडिया हाउस ने कहा कि 83 वर्षीय मोहन अस्वस्थ थे और एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।

योगेंद्र मोहन के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया।

शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि हिंदी समाचार पत्रों की पहुंच बढ़ाने के लिए काम करते हुए उन्होंने शैक्षिक परियोजनाओं के क्षेत्र में भी विशेष योगदान दिया।

कोविंद ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योगेंद्र मोहन गुप्ता के निधन से गहरा दुख हुआ है। उन्होंने कहा कि उनका निधन कला, साहित्य और पत्रकारिता की दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति है।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘दुख की इस घड़ी में मैं उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति।’’

उपराष्ट्रपति नायडू ने योगेंद्र मोहन के निधन को पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘हिंदी अखबारों के साथ-साथ उन्होंने शिक्षा, कला और संस्कृति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ईश्वर उनके परिवार के सदस्यों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।’’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि योगेंद्र मोहन को मुद्दों की बहुत बारीक समझ थी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि उनका निधन हिंदी पत्रकारिता के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योगेंद्र मोहन के निधन पर शोक जताया। योगी ने ट्वीट कर कहा "दैनिक जागरण समूह के चेयरमैन श्री योगेंद्र मोहन गुप्ता जी का निधन अत्यंत दुःखद है।

यह पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने परम धाम में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों व पाठकों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।"