Microsoft ने ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स के लिए बड़ी चेतावनी जारी की है। माइक्रोसॉफ्ट ने एक नए रैनसमवेयर का पता लगाया है जो ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स को टारगेट कर रहा है। इस रैनसमवेयर को MalLocker.B नाम दिया गया है। यह रैनसमवेयर ऑनलाइन फोरम और वेबसाइट के जरिए फैल रहा है। यह रैनसमवेयर मैलिशस ऐंड्रॉयड ऐप्स में छिपा रहता है। इसलिए किसी वेबसाइट से ऐप्स डाउनलोड करते समय सावधानी बरतें।

यह रैनसमवेयर यूजर को फोन स्क्रीन को ऐक्सिस करने से रोकता है। दूसरे रैनसमवेयर्स से अलग, यह डिवाइस को इनक्रिप्ट नहीं करता। यह स्क्रीन को एक मेसेज के साथ फ्रीज कर देता है। इस मेसेज के लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसी की तरफ से आने का दावा किया गया है और स्क्रीन अनलॉक करने के लिए जुर्माना देने को कहा जाता है।

यह रैनसमवेयर 'कॉल' नोटिफिकेशन का फायदा उठाता है और जब इनकमिंग कॉल आती है तो यह रैनसमवेयर ऐक्टिवेट हो जाता है। इसके अलावा यूजर जब होम बटन या रीसेंट ऐप बटन प्रेस करता है तो मेसेज के साथ स्क्रीन लॉक हो जाती है।

माइक्रोसॉफ्ट ने बताया, 'अधिकतर ऐंड्रॉयड रैनसमवेयर से अलग यह नया थ्रेट फाइल्स को इनक्रिप्ट करके उनके ऐक्सिस को ब्लॉक नहीं करता। इसकी जगह, यह स्क्रीन पर मेसेज के साथ डिवाइस का ऐक्सिस ही ब्लॉक कर देता है। यह स्क्री हर विंडो में दिखती है, यानी यूजर फोन में कुछ और कर ही नहीं सकता। स्क्रीन पर एक रैनसम नोट दिखता है जिस पर थ्रेट मेसेज होता है और रैनसम को पैसे चुकाने के दिशा-निर्देश रहते हैं।'

रिपोर्ट में बताया गया है कि मैलवेयर का कोड सिंपल है और यह आसानी से बहुत सारे फोन्स में फैल सकता है। यूजर्स को सलाह है कि अनजान सोर्स से ऐप्स को डाउनलोड करने से बचें। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यह रैनसमवेयर निजी जानकारी चुराता है या नहीं, लेकिन इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि ऐंड्रॉयड फोन को वर्चुअली यूजलेस बना देता है।