नई दिल्ली, स्वीडन ने ‘दुनिया की फार्मेसी’ के रूप में भारत की भूमिका को स्वीकार करते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए वह स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है।


स्वीडन के राजदूत क्लास मोलिन ने कहा कि स्वीडन और भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मजबूती से साथ खड़े हैं और साथ ही उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका का उल्लेख भी किया।

मोलिन ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच लंबे समय से लंबित मुक्त व्यापार समझौते पर कहा कि दोनों पक्षों की उम्मीदों और संभावनाओं को पूरा करने के लिए कुछ काम किया जाना बाकी है, हालांक यह समझौता दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद होगा।

उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि भारत और स्वीडन के बीच व्यापक द्विपक्षीय संबंध बेहतरीन रहे हैं और दोनों पक्ष नवाचार, व्यापार और निवेश, स्वास्थ्य और रक्षा सहित आठ प्रमुख क्षेत्रों में व्यापक सहयोग देख रहे हैं।

राजदूत ने कहा, ‘‘भारत दुनिया की फार्मेसी है और हमारी कुछ कंपनियां पहले ही यहां स्थापित हैं, कुछ उद्यम यहां हैं, हम अब नए गठजोड़ की तलाश कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एस्ट्राजेनेका एक प्रसिद्ध उदाहरण है, जो इस समय कोविड वैक्सीन के परीक्षण के तीसरे चरण में है, जो भारत में अन्य क्षेत्रों में भी शोध और विकास कर रही है।’’

उन्होंने कहा कि महामारी के चलते स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान में दोनों देशों का सहयोग बढ़ा है।