नयी दिल्ली : सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तीन जेलों के 1500 से अधिक कैदियों ने योग किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने कहा कि दिल्ली की तीन जेलों तिहाड़, रोहिणी और मंडोली के कैदी एक स्थान पर एकत्र हुए और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए सभी ने योग अभ्यास किया। योग में प्रशिक्षित कैदियों ने सुबह सात बजे से नौ बजे तक चले सत्र में अन्य कैदियों को विभिन्न योग आसनों का अभ्यास कराया।

महानिदेशक (जेल विभाग) ने कहा, "जेल नंबर पांच में हमने योग सत्र के साथ एक मैजिक शो और एक रस्साकशी प्रतियोगिता का आयोजन किया, जहां 18 से 21 वर्ष की आयु के कैदियों को रखा जाता है। शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए यह सत्र आयोजित किए गए। कैदियों के बीच इसे लेकर उत्साह शानदार रहा।"

अधिकारियों की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली की जेलों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 15 जून तक नौ हो गयी थी।

अधिकारियों के मुताबिक तिहाड़ जेल में 45 साल से अधिक आयु के कुल 1139 कैदियों में से 1089 कैदी कोविड-19 टीके की पहली खुराक ले चुके हैं जबकि 50 कैदी टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं। जबकि 45 साल से कम उम्र के 990 कैदी भी टीके की खुराक ले चुके हैं। रोहिणी की जेल में 45 साल से अधिक उम्र के 132 कैदी जबकि 45 साल से कम उम्र के 400 कैदी टीका लगवा चुके हैं। मंडोली जेल में 45 साल से अधिक उम्र के 476 कैदियों में 302 कैदी कोविड-19 टीके की पहली खुराक ले चुके हैं जबकि 174 कैदी टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं।