कोलकाता :  पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा अभी तक यह तय नहीं कर पाने कि विद्यालय ऑफलाइन कक्षाएं कब शुरु कर सकते हैं, शहर के विद्यालयों को इस बात का बिल्कुल भान नहीं है कि क्या वे इस साल अपने प्रांगण में अध्यापन शुरू कर सकते है या फिर उन्हें महामारी की स्थिति बेहतर होने तक ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था जारी रखनी होगी।

बी डी मेमोरियल की प्राचार्य बिजया चौधरी ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा से कहा कि एक बार राज्य के शिक्षा विभाग से जरूरी परामर्श मिल जाए तो स्कूल प्रशासन कोविड-19 प्रोटोकोल के साथ कक्षाएं शुरू करने की प्रक्रिया प्रारंभ करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल, हम सभी सेक्शनों में अध्ययन-अध्यापन का ऑनलाइन तरीका जारी रख रहे हैं।’’

जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके विद्यालय की विद्यार्थियों से कोविड -19 शुल्क लेने की योजना है तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।

लोयोला हाई स्कूल के प्राचार्य फादर रोडनी बोरनियो ने कहा, ‘‘ हमें नहीं पता कि कब विद्यालय विद्यार्थियों के लिए खुल सकते हैं। यह स्थिति नाजुक है। हम इस संबंध में सरकार की सिफारिशों पर पूरी तरह निर्भर रहेंगे।’’

ला मार्टिनियर स्कूल्स के सचिव सुप्रियो धार ने कहा, ‘‘ ऑफलाइन कक्षाओं की बहाली पर अबतक कोई सूचना नहीं है और विद्यालय सरकार द्वारा स्थिति के आकलन पर पूरी तरह निर्भर है। जब जैसी जरूरत होगी, तब हम वैसा करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि कोविड-19 फीस लगाने की तत्काल कोई योजना नहीं है लेकिन जब विद्यालयों में कक्षाएं चालू होंगी तब स्कूल प्रशासन को निश्चित ही सुरक्षा कदमों को लागू करने के लिए बहुत खर्च करना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘ वह एक बड़ा खर्चा होगा लेकिन हमें उसके वास्ते धन जुटाने के लिए तरीके ढूढने होंगे।’’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने विद्यालयों में कक्षाओं की बहाली के कार्यक्रमों की कोई घोषणा नहीं की है ।