इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान के लीक हुए ऑडियो ने उनके उस विमर्श को खारिज कर दिया कि उन्हें विदेशी साजिश के तहत सत्ता से बेदखल किया गया।

उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का “घृणित चेहरा” समूचे देश के सामने आ गया।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री खान का एक कथित लीक ऑडियो टेप सामने आया है जिसमें वह इस बारे में बात कर रहे हैं कि अप्रैल में नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव में उनके निष्कासन को एक साजिश के रूप में पेश करने के लिए वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूत के कूट लेख का कैसे फायदा उठाया जाए।

सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही एक क्लिप में खान और उनके तत्कालीन प्रधान सचिव आजम खान के बीच संवाद है जिसमें वाशिंगटन में पाकिस्तानी राजदूत असद मजीद के एक कूट लेख पर चर्चा हो रही है जो उन्होंने (मजीद ने) अमेरिकी अधिकारियों के साथ उनकी बैठक के बारे में भेजा था।

मध्य एवं दक्षिण एशिया के लिये अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू अमेरिका समर्थित सत्ता परिवर्तिन की कथित साजिश के इमरान के दावों के केंद्र में थे।

उन्होंने लू पर अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत असद मजीद को धमकी देने का आरोप लगाया कि अविश्वास मत के माध्यम से खान को हटाने में विफलता के पाकिस्तान के लिए विपरीत “परिणाम” होंगे।

इस्लामाबाद में एक मार्ग के शिलान्यास समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ ने खान पर झूठे दावे कर देश को धोखा देने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, “आपका झूठ कब तक टिकेगा...मुझे नहीं लगता कि इससे गंभीर कोई अपराध हो सकता है।”

शरीफ ने कहा, “बुधवार को लीक हुए ऑडियो के बाद सबकुछ साफ हो गया है।” उन्होंने कहा कि खान का “घृणित चेहरा” पूरे देश के सामने उजागर हो गया है। शरीफ ने कहा कि उन्होंने खान से “ज्यादा गैरजिम्मेदार और झूठा व्यक्ति” नहीं देखा।

अप्रैल में नेशनल असेंबली में अविश्वास मत हारने के बाद खान को पद छोड़ना पड़ा था और उन्होंने आरोप लगाया था कि यह पूरी कवायद अमेरिका के नेतृत्व में उन्हें निशाना बनाने के लिये की गई थी क्योंकि वह रूस, चीन और अफगानिस्तान को लेकर स्वतंत्र विदेश नीति अपना रहे थे।

ऑडियो लीक का जिक्र करते हुए शरीफ ने अपने पूर्ववर्ती पर अपने तत्कालीन प्रमुख सचिव से “पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रचने” के लिए कहने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया, “और इमरान ने देश की संस्थाओं को बांटने की भी साजिश रची।”