दुबई: वैश्विक महाशक्तियों के साथ संकट की स्थिति में पड़े ईरान के परमाणु समझौते को लेकर उसके और अमेरिका के बीच परोक्ष वार्ता गतिरोध तोड़े बिना समाप्त हो गयी। ईरान की एक अर्द्ध-सरकारी समाचार एजेंसी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अमेरिका के विदेश विभाग और कतर में वार्ता की मध्यस्थता कर रहे यूरोपीय संघ ने दोहा में बातचीत समाप्त होने की बात तत्काल स्वीकार नहीं की है।

हालांकि ईरान के कट्टरपंथी रिवॉल्यूशनरी गार्ड की करीबी माने जाने वाली तसनीम समाचार एजेंसी ने बातचीत समाप्त होने की बात कही और कहा कि इससे वार्ता में गतिरोध तोड़ने की दिशा में कोई असर नहीं पड़ा है।

अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि रॉब मैली ने वार्ता के दौरान ईयू अधिकारी एनरिक मोरा के माध्यम से ईरान के प्रतिनिधियों से बात की। मोरा ने संदेशों को ईरान के शीर्ष परमाणु वार्ताकार अली बघेरी कानी तक पहुंचाया।

तसनीम ने अज्ञात ‘विश्वस्त सूत्रों’ के हवाले से दावा किया कि अमेरिका के रुख में ‘ईरान को समझौते से आर्थिक रूप से लाभ मिलने की गारंटी शामिल नहीं है’।

ईरान और वैश्विक महाशक्तियों ने 2015 में परमाणु करार पर सहमति जताई थी। इसमें तेहरान ने आर्थिक पाबंदियां हटाने के ऐवज में तेजी से अपने यूरेनियनम संवर्धन की सीमा तय की।

तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2018 में एकपक्षीय तरीके से अमेरिका को समझौते से हटा लिया जिसके बाद पूरे पश्चिम एशिया में तनाव पैदा हो गया और हमलों का सिलसिला शुरू हो गया।

वियना में समझौता बहाल होने के बारे में वार्ता मार्च से रुकी हुई है।