मास्को : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को बताया कि उन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक ली। इससे तीन सप्ताह पहले उन्होंने पहली खुराक ली थी।

उन्होंने ‘रशियन ज्योग्राफिकल सोसाइटी’ के एक सत्र में डिजिटल माध्यम से भाग लेते हुए कहा, “अभी इस हॉल में प्रवेश करने से पहले मैंने भी टीके की दूसरी खुराक ली। मुझे उम्मीद है कि सब कुछ ठीक होगा। मुझे आशा ही नहीं बल्कि विश्वास है।”

राष्ट्रपति ने संवाददाताओं को बताया कि दूसरी खुराक लेने के बाद उन्हें किसी तरह के प्रतिकूल प्रभाव का अनुभव नहीं हो रहा है। पुतिन ने कहा, “जैसा कि आप देख रहे हैं, सबकुछ सामान्य है, कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं।” उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उन्हें बताया है कि पहला टीका लगवाने के बाद उन्होंने “अच्छी प्रतिरोधी प्रतिक्रिया” विकसित कर ली है।

पुतिन को 23 मार्च को टीके की पहली खुराक लगी थी। टीका लगवाते हुए उनकी तस्वीरें तब भी सामनें नहीं आई थीं और क्रेमलिन (राष्ट्रपति कार्यालय) ने इस बात का खुलासा नहीं किया था कि रूस में इस्तेमाल के लिये स्वीकृत तीन टीकों में से कौन सा राष्ट्रपति को लगाया गया है।

रूस में कोविड-19 के खिलाफ बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद पुतिन ने टीका लगवाया था- जिसकी वजह से लोगों ने हैरानी भी जताई थी। कुछ आलोचकों ने तो यह तक कहा था कि इससे जनता में टीकों को लेकर पहले से मौजूद हिचकिचाहट और बढ़ रही है।

रूसी अधिकारियों ने देश में निर्मित तीन टीकों- स्पूतनिक वी, एपीवैककोरोना और कोवीवैक- को मंजूरी दी है। इन तीनों को ही अग्रिम चरणों के परीक्षण पूरा होने से पहले ही मंजूरी दे दी गई थी और विशेषज्ञों का कहना है कि स्थापित वैज्ञानिक नियमों के आधार पर इनका सुरक्षित व प्रभावी होना सुनिश्चित किया जाना जरूरी है।

ब्रिटिश स्वास्थ्य विज्ञान पत्रिका लैंसट ने हालांकि फरवरी में प्रकाशित एक लेख में बताया था कि स्पूतनिक वी 91 प्रतिशत प्रभावी है और टीका लगवा चुके लोगों को कोविड-19 के गंभीर प्रभावों से बचाती प्रतीत होती है हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया गया था कि टीका बीमारी के प्रसार को रोक सकता है या नहीं। दो अन्य टीकों की प्रभाव क्षमता के बारे में कोई आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।