स्टॉकहोम : स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन ने सोमवार को विश्वास मत खो दिया, जिससे वह स्वीडन सरकार के पहले नेता हो गए हैं जिन्हें इस तरह के प्रस्ताव पर हार का सामना करना पड़ा है। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के स्टीफन लोफवेन 2014 से प्रधानमंत्री हैं।

वोट की शुरुआत लेफ्ट पार्टी ने मंगलवार को की थी, जो अल्पमत की सरकार की सहयोगी थी।

लेफ्ट पार्टी के विश्वास मत खोने और लोफवेन के खिलाफ वोट करने का मुख्य कारण स्वीडन के हाउसिंग मार्केट को नियंत्रण मुक्त करने की विवादास्पद योजना है। स्वीडन में किराये पर कड़ा नियंत्रण है जिसका उद्देश्य बड़े शहरों में सस्ती दर बनाए रखना है।

लेफ्ट पार्टी को डर है कि किराया बाजार को नियंत्रण मुक्त करने से मूल्यों में तेजी से बढ़ोतरी होगी और गरीब एवं अमीर के बीच खाई बढ़ेगी।

यह स्पष्ट नहीं है कि स्वीडन में आगे क्या होगा। लोफवेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव के परिणाम का इंतजार करना चाहते हैं और फिर ‘‘सोचेंगे कि स्वीडन के लिए क्या बेहतर रहेगा।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके पास दो विचार हैं -- मध्यावधि चुनाव कराना या कार्यवाहक सरकार का प्रमुख बने रहना।



उनके पास विचार करने के लिए एक हफ्ते का समय है।



लोफवेन ने सप्ताहांत में बैठक बुलाई थी ताकि अपने प्रस्तावित किराया सुधार के लिए संसद में बहुमत जुटा सकें। रविवार को उन्होंने सुधारों में नरमी बरतने के संकेत दिए और कहा कि वार्ता के लिए मकान मालिकों एवं किरायेदार संगठनों को आमंत्रित किया जाएगा।



बहरहाल, लेफ्ट पार्टी की नेता नूशी डाडगोस्टर, लोफवेन का विरोध करने के अपने निर्णय पर अड़ी रहीं और कहा कि उनका प्रयास ‘‘राजनीतिक दिखावा भर है।’’