कोच्चि : इजराइल में 11 मई को फलस्तीन के रॉकेट हमले में जान गंवाने वाली सौम्या संतोष का पार्थिव शरीर शनिवार को यहां लाया गया।

सौम्या के संबंधियों और विभिन्न दलों के राजनीतिक नेताओं ने एअर इंडिया की उड़ान के जरिये नयी दिल्ली से यहां लाए गए शव को ग्रहण किया।

शव को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये कुछ देर तक हवाई अड्डे पर रखा गया।

इडुक्की से सांसद डीन कुरियाकोस, विधायक पी टी थॉमस और भाजपा के वरिष्ठ नेता ए एन राधाकृष्णन शव लाए जाने के समय हवाई अड्डे पर मौजूद थे।

बाद में शव को इडुक्की जिले में सौम्या के गांव ले जाया गया।

नित्या सहाय माता गिरजाघर में रविवार दोपहर को सौम्या का अंतिम संस्कार किया जाएगा। गिरजाघर के सूत्रों ने यह जानकारी दी।

इससे पहले, केन्द्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने इजरायल से नयी दिल्ली लाए गए शव को हवाई अड्डे पर ग्रहण किया।

उन्होंने ट्वीट किया, 'बहुत भारी मन से दिल्ली में सुश्री सौम्या संतोष के पार्थिव शरीर को ग्रहण किया। इजराइल दूतावास के सीडीए रॉनी येदीदिया भी मेरे साथ मौजूद थे। मैं सुश्री सौम्या के परिवार की पीड़ा से सहानुभूति रखता हूं। उन्हें इस दर्द को सहन करने की शक्ति मिले।'

रॉनी येदीदिया क्लेन ने ट्वीट किया कि इजराइल उनके परिवार के साथ खड़ा है।

इजराइली राजनयिक ने ट्वीट किया, 'भारत लाए सौम्या संतोष के पार्थिव शरीर को विदेश राज्यमंत्री के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। इजराइल उनके साथ खड़ा रहेगा। '

इडुक्की जिले की निवासी सौम्या (30) बीते सात साल से इजराइल में घरेलू कामगार के तौर पर काम कर रही थीं।

सौम्या के परिवार के अनुसार मंगलवार को जब वह केरल में मौजूद अपने पति से वीडियो कॉल के जरिये बात कर रही थीं, तभी एश्केलॉन शहर में स्थित उनके घर पर रॉकेट गिरा, जिसमें उनकी मौत हो गई।