वाशिंगटन, अमेरिका की एक सरकारी एजेंसी ने बदलाव को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया के लिए पड़ रहे दबाव के बीच आखिरकार राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन को विजेता के रूप में मान्यता प्रदान कर दी।

जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेशन (जीएसए) की प्रशासक एमिली मर्फी के बहुप्रतीक्षित निर्णय के बाद अब आगामी बाइडन टीम की संघीय संसाधनों, विभिन्न संघीय एजेंसियों और खुफिया जानकारियों तक पहुंच होगी।

राष्ट्रपति चुनाव के बाद बदलाव की प्रक्रिया को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाने का दायित्व जीएसए का है।

मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मतगणना में धांधली का आरोप लगाकर खुद को चुनाव विजेता कहते आ रहे थे।

अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुआ था जिसमें रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बाइडन थे।

पिछले दो सप्ताह से अधिक समय से मर्फी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं, राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों और स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से आलोचना का सामना करती आ रही थीं। आलोचकों का कहना था कि बदलाव की प्रक्रिया को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाने में विलंब के चलते कोविड-19 और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर आगामी बाइडन प्रशासन के प्रयास बाधित हो रहे हैं।

मर्फी ने आखिरकार बाइडन के नाम ‘मान्यता पत्र’ में लिखा कि ट्रंप प्रशासन बदलाव की औपचारिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार है।

पत्र प्रशासन द्वारा ट्रंप की हार स्वीकार किए जाने की दिशा में पहला कदम है।

यह खबर ऐसे समय आई है जब अब तक हार स्वीकार न करनेवाले ट्रंप ने ट्वीट किया कि वह जीएसए और अपने प्रशासन में अन्य को राष्ट्रपति की शक्ति के औपचारिक स्थानांतरण के लिए ‘‘शुरुआती प्रोटोकॉल’’ शुरू करने की सिफारिश कर रहे हैं।

ट्रंप ने जहां यह कहा कि इस कदम की उन्होंने सिफारिश की, वहीं मर्फी ने कहा कि उन्होंने कानून और उपलब्ध तथ्यों के आधार पर स्वतंत्र रूप से निर्णय लिया है।

इस बीच, बाइडन टीम ने बदलाव की प्रक्रिया शुरू होने का स्वागत किया है।