अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जून को गुजरात सरकार की दो नयी योजनाओं की शुरुआत करेंगे, जिनका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को मिलने वाले पोषण में सुधार लाना है। यह जानकारी अधिकारियों ने मंगलवार को दी।

मोदी 18 जून को वडोदरा शहर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना (एमएमवाई) और पोषण सुधा योजना की शुरुआत करेंगे।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि एमएमवाई योजना का उद्देश्य गर्भवती और बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाओं और उनके नवजात बच्चों को शुरुआती 1,000 दिनों के दौरान पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। चूंकि, गर्भावस्था के दौरान कुपोषण और खून की कमी भ्रूण के विकास में बाधा उत्पन्न कर सकती है और शिशु के खराब स्वास्थ्य का कारण बन सकता है, इसलिये राज्य सरकार यह योजना लेकर आयी है।

विज्ञप्ति ने कहा गया है कि किसी महिला के लिए, जिस दिन से वह गर्भधारण करती है, उससे लेकर 270वें दिन तक और एक बच्चे के लिए गर्भधारण से लेकर पहले दो साल या 730 दिन तक की अवधि विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसके अनुसार यह योजना बच्चों का ठीक तरह से विकास नहीं होना और समय से पहले प्रसव के मामलों को कम करेगी। इसमें कहा गया है कि बेहतर पोषण से मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने में भी मदद मिलती है।

कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री आदिवासी-केंद्रित पोषण सुधा योजना की भी शुरुआत करेंगे, जिसे पहली बार पांच आदिवासी बहुल जिलों - दाहोद, वलसाड, महिसागर, छोटा उदयपुर और नर्मदा के 10 तालुकों में एक प्रायोगिक परियोजना के रूप में लागू किया गया है।

इसकी सफलता के बाद, सरकार 106 तालुका वाले 14 आदिवासी बहुल जिलों में इस योजना का विस्तार कर रही है।

इस योजना के तहत आंगनवाड़ी में पंजीकृत गर्भवती एवं बच्चों को स्तनपान कराने वाली माताओं को पूर्ण पौष्टिक आहार प्रदान किया जाता है। इसके अलावा, आयरन और कैल्शियम की गोलियों के साथ-साथ स्वास्थ्य और पोषण पर शिक्षा भी दी जाती है।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि योजना की निगरानी और समीक्षा के लिए एक विशेष मोबाइल एप्लिकेशन भी बनाया गया है। गुजरात में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।