चंडीगढ़: हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए मतदान यहां शुक्रवार को चल रहा है और खरीद-फरोख्त के डर से छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक रिसॉर्ट में ठहराए गए कांग्रेस विधायक मतदान के लिए चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं।

अधिकारियों ने बताया कि दोनों सीटों के लिए मतदान सुबह नौ बजे से शाम चार बजे के बीच होगा और इसके तुरंत बाद मतगणना होगी।

हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा में 40 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी के पास जीत के लिए आवश्यक 31 प्रथम वरीयता मतों से नौ अधिक मत हैं जबकि मीडिया कारोबारी कार्तिकेय शर्मा के निर्दलीय के तौर पर खड़े होने से दूसरी सीट के लिए मुकाबला दिलचस्प हो गया है। उन्हें भाजपा-जजपा गठबंधन, निर्दलीय और हरियाणा लोकहित पार्टी के इकलौते विधायक गोपाल कांडा का समर्थन हासिल है।

भाजपा ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को खड़ा किया है जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन कांग्रेस के प्रत्याशी हैं।

कांग्रेस के राज्य विधानसभा में 31 सदस्य हैं, जो एक सीट के लिए उसके उम्मीदवार को जिताने के लिए आवश्यक है लेकिन ‘क्रॉस-वोटिंग’ होने पर उसकी संभावनाएं कम हो सकती हैं।

रायपुर में एक रिसॉर्ट में ठहराए गए कांग्रेस विधायक बृहस्पतिवार शाम दिल्ली पहुंचे थे। कांग्रेस ने खरीद-फरोख्त के डर से अपने विधायकों को एक सप्ताह पहले रायपुर भेज दिया था।

सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस विधायक सड़क मार्ग से आ रहे हैं।

बुधवार से यहां एक रिसॉर्ट में ठहराए गए सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा विधायकों ने मतदान के लिए यहां पहुंचना शुरू कर दिया है। बृहस्पतिवार को इंडियन नेशनल लोक दल के इकलौते विधायक अभय सिंह चौटाला ने कार्तिकेय शर्मा को समर्थन देने की घोषणा की थी।

कांग्रेस के हरियाणा मामलों के प्रभारी वरिष्ठ नेता विवेक बंसल ने बृहस्पतिवार शाम को दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में विश्वास जताया कि माकन आसानी से जीत दर्ज कराएंगे। कांग्रेस नेता दीपेंदर सिंह हुड्डा ने भी कहा कि पार्टी उम्मीदवार आसानी से जीत जाएंगे।

हुड्डा पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में थे और बृहस्पतिवार शाम यहां पहुंचे। पार्टी विधायक कुलदीप बिश्नोई रायपुर नहीं गए क्योंकि वह पार्टी की प्रदेश इकाई में हालिया फेरबदल में अपनी अनदेखी को लेकर कथित तौर पर नाराज हैं। वह प्रदेश इकाई का अध्यक्ष पद चाहते थे, जिस पर हुड्डा के करीबी उदय भान की नियुक्ति हुई। एक अन्य वरिष्ठ नेता किरण चौधरी भी स्वास्थ्य कारणों से रायपुर नहीं गईं।

समझा जाता है कि हुड्डा और पार्टी नेता कुलदीप बिश्नोई दोनों दिल्ली से एक ही उड़ान से यहां पहुंचे थे।