एडीलेड : कोविड-19 की कई दवाएं 2022 में आने वाली हैं जिनमें से कुछ को आप संभावित रूप से घर पर ले जा सकते हैं जबकि अन्य अस्पताल में उपयोग के लिए होंगी।

इस स्तर पर पहुंचने में लगभग दो साल लग गए। हालांकि, जैसा कि हम अपने अध्ययन पत्र में इस बात पर जोर देते हैं कि अधिक सहयोग के साथ सही मौजूदा दवाओं के एक अलग उद्देश्य में उपयोग के लिए अनुकूलित करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, हम बड़े पैमाने पर प्रभावी कोविड दवाएं पहले ही विकसित कर सकते थे।

हम अगली महामारी के लिए क्या बेहतर कर सकते हैं, वह इस प्रकार है।

सबसे पहले, कुछ अच्छी खबर

हाल के एक अध्ययन में पाया गया कि आमतौर पर अवसाद के लिए निर्धारित दवा फ़्लूवोक्सामाइन जब कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों को दी जाती है तो उनके लक्षणों के बिगड़ने, अस्पताल जाने और मृत्यु की आशंका कम हो जाती है।

इस अध्ययन की चार शक्तिशाली विशेषताएं हैं। यह इस पर आधारित था:

- एक मौजूदा मानव दवा: किसी अन्य उद्देश्य के लिए तैयार की गई दवाओं के अतिरिक्त चिकित्सीय लाभ हो सकते हैं। हमें किसी दवा को शुरुआत से तैयार करने की आवश्यकता नहीं थी और हमें वर्षों से इसे लेने वाले लोगों में इसके दुष्प्रभाव आदि के बारे में पता था।

- पहले के अवलोकन और डेटा: दवा को पूर्व के आंकड़ों के आधार पर चुना गया था, जिससे पता चला था कि अवसाद के लिए वही या समान दवाएं लेने वाले लोगों में कोविड-19 संक्रमण से बेहतर ढंग से मुकाबला किया।

- एक बड़ी आबादी: अध्ययन में सार्थक परिणाम के लिए पर्याप्त लोगों को शामिल किया गया।

- एक अंतरराष्ट्रीय सहयोग: यह स्पष्ट नहीं है कि महामारी की शुरुआत में ही इस प्रकार के कई, संपूर्ण, अध्ययन क्यों लागू नहीं किए गए। हालांकि, जब कोविड की दवाएं खोजने की बात आती है तो यह उदाहरण नियम के बजाय अपवाद है। महामारी के दौरान, हमने कई गलत कदम उठाए हैं।

हमने एक शुरुआती मौका गंवा दिया

हम दो व्यापक रणनीतियों में से एक के साथ कोविड का इलाज कर सकते हैं। एक तो खुद वायरस को लक्षित करना या उसे स्थिर करना है। दूसरा संक्रमित का इलाज करना है।

इसमें वायरस के प्रति शरीर की अत्यधिक प्रतिक्रिया तथा अधिकांश मृत्यु एवं बीमारी के कारण का इलाज करना शामिल है। उपरोक्त उल्लेखित फ्लुवोक्सामाइन बाद का एक उदाहरण है।

हालांकि, हमें दशकों पुरानी कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं डेक्सामेथासोन और बुडेसोनाइड को छोड़कर, महामारी के शुरुआती हिस्से में ‘‘संक्रमित के इलाज’’ के लिए कोई बड़ी रणनीति नहीं दिखायी दी।

संक्रमित के इलाज पर अधिक ध्यान केंद्रित करने से हमें टीकों और एंटीवायरल दवाओं के उत्पादन के लिए समय मिल जाता, जिसे विकसित होने में आमतौर पर अधिक समय लगता है।

वास्तव में, हम पहले से ही जानते थे कि हमारे भीतर कोविड-19 से संक्रमित होने पर वैसे ही प्रतिक्रिया होती है जैसी शरीर को प्रभावित करने वाले अन्य वायरल संक्रमणों से संक्रमित होने पर होती है, जैसे कि इन्फ्लूएंजा और इबोला।

शरीर में दवाएं कैसे काम करती हैं, इसके बुनियादी शोध और क्लीनिकल ​​​​ज्ञान के अनुसार, यह शुरू से ही स्पष्ट होना चाहिए था।

एक सदी से भी अधिक समय से चिकित्सक कुनैन और इसके यौगिक के साथ स्पेनिश फ्लू का इलाज करने की असफल कोशिश की, इतिहास खुद को दोहरा रहा था। हम पूछ रहे थे कि क्या संबंधित दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल कोविड-19 के इलाज के लिए किया जा सकता है।

दुनिया भर के शोधकर्ताओं ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के साथ कई परीक्षण किए, भले ही कुछ अन्य लोगों ने प्रभावशीलता की कमी की जानकारी दी।

महामारी के पहले वर्ष में, लगभग 89,000 लोगों को शामिल करते हुए लगभग 250 अध्ययनों में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का परीक्षण किया गया था, इसके साक्ष्य के बावजूद कि इससे कोई मदद नहीं मिलती।

अगर हमें मौजूदा दवाओं को एक अलग उद्देश्य में उपयोग के लिए अनुकूलित करना है तो यह कोविड-19 के साथ मनुष्यों में उस दवा के हमारे अनुभव पर आधारित होना चाहिए, उदाहरण के लिए फ़्लूवोक्सामाइन।